गुरुग्राम में गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी के कांट्रेक्टर विक्रम की हत्या के मामले में पत्नी सोनी किडनैपिंग से लेकर दफनाने तक आरोपी रविंद्र के संपर्क में थी। उनके बीच लगातार कॉल पर बात होती रही। उसे जानकारी थी कि ब्वॉयफ्रेंड रविंद्र ने विक्रम को ठिकाने लगा दिया है, इसलिए वह गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने से बच रही थी, लेकिन विक्रम के भाई के दबाव में दो दिन बाद गुमशुदगी की शिकायत दी।
जांच में सामने आया कि पत्नी सोनी देवी ने प्रेमी रविन्द्र के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से हत्या की साजिश रची थी। उन दोनों ने इंटरनेट और यूट्यूब पर वीडियो देखकर हत्या और शव को ठिकाने लगाने के सर्च किए थे। बेटी के हाथ अश्लील वीडियो लगने पर रची साजिश
उद्योग विहार थाने के एसएचओ बलराज ने बताया कि विक्रम की बेटी ने रविंद्र के मोबाइल में अश्लील वीडियो देख ली थी और एक वीडियो डिलीट कर दी थी। जिसके बाद फंसने के डर से दोनों ने मिलकर कांट्रेक्टर की हत्या कर शव को तीन फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया था। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी महिला ने अपने ही प्रेमी पर झूठा रेप का केस दर्ज कराया। यही सोनी से गलती हो गई और वह झूठ पर झूठ बोलती चली गई। जिसके बाद पुलिस ने जब रविंद्र पर रिमांड के दौरान सख्ती बरती तो वह टूट गया और विक्रम मर्डर की खौफनाक कहानी पुलिस के सामने बयान कर दी।
पुलिस ने आरोपी पत्नी सोनी व गड्ढा खोदने वाले संतरपाल को शाम को कोर्ट में पेश किया, जहां से सोनी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। जबकि संतरपाल को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… एक्सपोर्ट कंपनी में ठेकेदार था, ड्यूटी से लापता हुआ
मृतक की पहचान विक्रम निवासी नवादा, बिहार के रूप में हुई। वह गुरुग्राम में किराए पर रहकर उद्योग विहार स्थित एक गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी में ठेकेदारी का काम करता था। वर्तमान में वह उद्योग विहार थाना क्षेत्र के डूंडाहेड़ा गांव की अपनी पत्नी के साथ किराए पर रहता था। 26 जुलाई को वह ड्यूटी पर गया था, लेकिन इसके बाद नहीं लौटा। परिजनों ने तलाश शुरू की, नहीं मिला तो गुमशुदगी दर्ज कराई मृतक के भतीजे राकेश ने बताया कि ड्यूटी पर जाने के बाद से उसके चाचा विक्रम देर रात तक घर नहीं आए थे। उन्होंने कंपनी में फोन करके चाचा के बारे में जानकारी की तो पता चला कि वहां से सुबह नौ बजे ही निकल गया था। इसके बाद चाचा के मिलने के सभी संभावित स्थानों पर तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस पर पत्नी ने 28 जुलाई को गुमशुदगी की रिपोर्ट उद्योग विहार थाने में दर्ज कराई। तीन दिन बाद पत्नी ने पड़ोस के दोस्त पर जताया शक राकेश ने आगे बताया कि परिवार लगातार विक्रम की तलाश कर रहा था। उसे लापता हुए 3 दिन बीत गए थे, लेकिन कोई पता नहीं चल सकता था। इसी दौरान परिवार के लोगों ने विक्रम की पत्नी से पूछताछ की तो उसने बगल में ही रहने वाले विक्रम के दोस्त रविंद्र पर शक जताया। परिवार ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने 1 अगस्त को रविंद्र को हिरासत में ले लिया। पुलिस से सख्ती से पूछताछ की तो हत्या की बात कबूली पुलिस के मुताबिक, रविंद्र को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। बताया कि वह किराए पर गाड़ियां बुकिंग कराने का काम करता है। उसके विक्रम की पत्नी से संबंध थे। विक्रम इन संबंधों में बाधा बन रहा था। इसी वजह से उसने विक्रम की हत्या की योजना बनाई और अपने तीन दोस्तों के साथ वारदात को अंजाम दिया। पहले रस्सी से गला घोंट मारा, फिर जमीन में दफना दिया पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में रविंद्र ने बताया कि 26 जुलाई को ही अपने तीन साथियों मनीष (19), फरियाद (20) निवासी गांव बसतौरा नारंग, जिला मेरठ (उत्तर प्रदेश) और एक अन्य के साथ मिलकर विक्रम को किडनैप कर लिया था। इसके बाद चारों ने मिलकर उसकी रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को एविल सोसाइटी गांव मोहम्मदपुर में जमीन में दफना दिया और फिर अपने-अपने काम पर लौट गए। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर शव को बरामद कर लिया। अब जानिए पुलिस की जांच में क्या आया सामने महिला ने गुमराह करने रेप का केस दर्ज करवाया: पुलिस जांच में सामने आया कि महिला के साथ कोई रेप नहीं हुआ था और उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए प्रेमी पर झूठा रेप का मामला दर्ज कराया था। आरोपी रविन्द्र व सोनी देवी ने पति विक्रम की हत्या करने के बाद शव को ठिकाने लगाने व हत्या से बचने के लिए यूट्यूब पर कई तरीके देखे और पति विक्रम की हत्या करने की योजना बनाई। आरोपी अपने चाचा से मिलने गया: प्लान के तहत आरोपी रविन्द्र अपने चाचा (रविन्द्र को गोद लिया हुआ है) सन्तरपाल, जो मोहम्मदपुर में नजदीक एविल सोसाइटी के पास गाय-भैंसों के रखरखाव का काम करता है। वह उससे मिलने गया और बताया कि रविन्द्र अपने साथियों के साथ विक्रम की हत्या करके उसके शव को लेकर आएगा, जिसके शव को दफनाने के लिए गड्ढा खोद के रखना है। फोन से संपर्क में रही महिला: सन्तरपाल ने रविन्द्र के कहे अनुसार गड्ढा खोदा और रविन्द्र ने विक्रम की हत्या करके शव को उस गड्ढे में दफना दिया, ताकि शव गल जाए और शव से बदबू ना आए। इस पूरी योजना में महिला सोनी देवी आरोपी रविन्द्र के साथ फोन के माध्यम से संपर्क में रही। हत्या के बाद गुमशुदा दर्ज करवाई: आरोपी महिला ने पुलिस को गुमराह करने के लिए योजनानुसार पहले 28 जुलाई 2025 को अपने पति की गुमशुदा की रिपोर्ट लिखवाई। जबकि महिला को पता था कि 26 जुलाई 2025 को इसके पति की हत्या करके उसके शव को दफनाया जा चुका है। उसके बाद इसको लगा कि पुलिस को हत्या के बारे में पता लगा सकती है, तो इसने पुलिस से बचने के लिए अपने प्रेमी आरोपी रविन्द्र के खिलाफ रेप का झूठा केस दर्ज करवाया। ताकि वह बच सके। पुलिस ने मेरठ में दबिश देकर दो आरोपियों को पकड़ा रविंद्र से पूछताछ के बाद यूपी के मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र के दो युवकों मनीष और फरियाद के नाम सामने आने बाद उद्योग विहार थाने की पुलिस ने शनिवार को उनके गांव बस्तौरा नारंग में दबिश दी। पुलिस ने पहले अपनी शिकायत आमद हस्तिनापुर थाने में दर्ज कराई, फिर लोकल पुलिस को साथ लेकर दोनों युवकों के घरों में दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हस्तिनापुर थाना प्रभारी शशांक द्विवेदी ने बताया कि गुरुग्राम पुलिस के दर्जनों पुलिसकर्मी पांच गाड़ियों में सवार होकर आए थे। एसएचओ उद्योग विहार बलराज ने बताया कि रविंद्र के बाद मनीष और फरियाद को भी गिरफ्तार किया गया। मनीष गांव में ही मोमोज की रेहड़ी लगाता है, जबकि फरियाद बाइक रिपेयरिंग का काम करता है। फरार आरोपी इन दोनों का दोस्त है, जो रविंद्र को भी जानता था। रविंद्र के कहने पर ही मनीष और फरियाद इस वारदात में शामिल हुए।
गुरुग्राम में पति को मरवा कर बॉयफ्रेंड का साथ छोड़ा:किडनैपिंग से लेकर दफनाने तक आरोपी के संपर्क में थी सोनी, करती रही गुमराह
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