गुरुग्राम में पॉश इलाकों के गेट तोड़ने पहुंचे DTP:बुलडोजर ने गिराए 10 गेट, साउथ सिटी-1 और डीएलएफ फेज-2 में बंद रहता था रास्ता

by Carbonmedia
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गुरुग्राम के पॉश इलाकों में शामिल साउथ सिटी-1 और डीएलएफ फेज-2 में लगे लोहे के अवैध गेट हटाए जा रहे हैं। डीटीपी बुलडोजर लेकर पहुंचे हैं। जहां आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी सहयोग कर रहे हैं, जबकि कुछ रेजिडेंट इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के सामने उनका विरोध कमजोर है। डीटीपी ने बताया कि 6 जून 2025 को साउथ सिटी-1 की रिहायशी कॉलोनी (ब्लॉक-सी, डी, ई, एफ, जी, एच, आई, जे, के, एल और एम) की आंतरिक सड़कों पर लगे अवैध लोहे के गेट हटाने का सफल अभियान चलाया गया था। इसके बाद रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने स्वयं सक्रियता दिखाई और ब्लॉक-ए, बी, सी, एन, ओ, पी और क्यू में आरडब्ल्यूए ने स्वयं 15 गेट हटा दिए। दोबारा गेट लगा लिए सोमवार को जिला नगर योजनाकार (प्रवर्तन), डीटीपी (ई) अमित मधोलिया के नेतृत्व में एक बार फिर अभियान चलाया गया। जिसमें एक दर्जन ब्लॉकों से 10 और गेट हटाए गए। इस दौरान निवासियों द्वारा दो गेट दोबारा लगाए गए थे, जिन्हें आज फिर से हटा दिया गया। परमिशन लेकर लगा सकते हैं गेट डीटीपी ने अन्य आरडब्ल्यूए से अपील की है कि वे स्वयं अपने क्षेत्रों में लगे अवैध लोहे के गेट हटा लें और कानून के अनुसार आवश्यक अनुमति प्राप्त करें। ऐसा न करने पर विभाग आने वाले दिनों में इन गेटों को हटाने के लिए कार्रवाई करेगा। डीटीपी ने कहा कि यह कदम न केवल कानूनी अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए उठाया जा रहा है, बल्कि कॉलोनियों की अंदरूनी सड़कों पर आवागमन को सुगम बनाने के लिए भी जरूरी है। अवैध गेट का मुद्दा पुराना साउथ सिटी-1 और डीएलएफ फेज-2 जैसे रिहायशी क्षेत्रों में कई वर्षों से अंदर की सड़कों पर लोहे के गेट लगाए हुए हैं। जिन्हें सुरक्षा के नाम पर लगाया गया था। हालांकि इन गेटों को बिना उचित अनुमति के लगाया गया था, जो नियमों का उल्लंघन है। इन गेट के कारण न केवल स्थानीय निवासियों को आवागमन में असुविधा हो रही थी, बल्कि आपातकालीन सेवाओं, दमकल और एम्बुलेंस को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जारी रहेगा गेट हटाओ अभियान डीटीपी का कहना है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी अवैध गेट हटा नहीं लिए जाते। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि वे कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए गेट लगाने की अनुमति के लिए आवेदन करें। अगले कुछ दिनों में उन क्षेत्रों में भी अभियान चलाया जाएगा, जहां अभी तक गेट नहीं हटाए गए हैं। इसके लिए आरडब्ल्यूए को पहले ही सूचित किया जा चुका है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि स्वैच्छिक रूप से गेट नहीं हटाए गए, तो विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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