गुरुग्राम में मानव तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने मां बेटे को गिरफ्तार किया है। युवक ने कन्हई गांव के पास से 6 वर्षीय बच्चे को किडनैप किया था। 12 दिन बाद पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग ब्रांच ने बच्चे को रेस्क्यू कर लिया है। आरोपियों ने बच्चे को बिना संतान वाले धनी दंपति को बेचने की साजिश रची थी, लेकिन पुलिस ने उनकी योजना को नाकाम कर दिया।आरोपियों के कब्जे से अपहरण करने की वारदात को अंजाम देने में प्रयोग की गई स्कूटी बरामद हुई है। सेक्टर 45 कन्हई गांव से किया किडनैप 23 जून को कन्हई गांव सेक्टर-45 से 6 वर्षीय बच्चे सचिन के अपहरण की शिकायत थाना सेक्टर-40 पुलिस को मिली थी। शिकायत के आधार पर पुलिस की मानव तस्करी विरोधी शाखा की टीम ने मामले की जांच शुरू की। सहायक उप निरीक्षक कुलदीप की अगुवाई में पुलिस ने आगरा, उत्तर प्रदेश से आरोपी शिवम को गिरफ्तार किया और बच्चे को सकुशल बरामद किया। अपनी मां के पास रखा बच्चा पूछताछ के दौरान शिवम ने खुलासा किया कि उसने बच्चे को अपनी मां मनोज के पास आगरा में रखा था। इसके आधार पर 5 जुलाई को मनोज को भी आगरा से गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपी माधव विहार कॉलोनी, जिला आगरा, उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। बच्चे को टॉफी देने का लालच दिया पुलिस पूछताछ में सामने आया कि शिवम ने बच्चे को टॉफी देने के बहाने लालच देकर अपहरण किया और उसे आगरा ले गया। वहां उसने अपनी मां मनोज के साथ मिलकर बच्चे को बेचने की योजना बनाई। आरोपियों का इरादा किसी बिना संतान वाले अमीर दंपति को बच्चा बेचकर मोटी रकम कमाने का था। निसंतान कपल की तलाश में थे उन्होंने ऐसे दंपति की तलाश शुरू की थी जो बच्चे के बदले ज्यादा पैसे दे सकें। हालांकि पुलिस ने उनकी साजिश को विफल कर दिया और बच्चे को बेचे जाने से पहले ही बरामद कर लिया। पुलिस ने बताया कि शिवम को 4 दिन के रिमांड पर लिया गया, जिसके बाद मनोज की गिरफ्तारी हुई। दोनों आरोपियों को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। बच्चे को सुरक्षित उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
गुरुग्राम में मानव तस्करी का खुलासा, 6 वर्षीय बच्चा रेस्क्यू:टाॅफी का लालच देकर किडनैपिंग, मोटी रकम लेकर निसंतान कपल को बेचना था, मां-बेटा गिरफ्तार
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