Aligarh Mob Lynching: उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ जिले के हरदुआगंज थाना पुलिस ने भीड़ द्वारा चार लोगों को पीटे जाने के संबंध में बड़ी संख्या में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. रविवार को पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार मवेशियों के मांस को ले जाने के संदेह में शनिवार को भीड़ द्वारा चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या का प्रयास किया गया और उनके वाहन में आग लगा दी.
दक्षिणपंथी बजरंग दल के स्थानीय नेताओं ने दावा किया था कि इसी वाहन को ग्रामीणों ने एक पखवाड़े पहले ‘‘अवैध मांस’’ की ढुलाई करते हुए रोका था, लेकिन पुलिस ने मांस की पहचान भैंस के मांस के रूप में करते हुए उसे छोड़ दिया था.
पुलिस के मुताबिक आक्रोशित भीड़ ने वाहन को जबरन रुकवाया और उसमें सवार चार लोगों की पिटाई की. पुलिस की एक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर चारों लोगों को भीड़ से बचाया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने रविवार को घटना के वीडियो से ली गई तस्वीरें (स्क्रीनशॉट) जारी किए और स्थानीय लोगों से हमलावरों की पहचान करने में मदद करने का आग्रह किया.
मारपीट की घटना में ये लोग हुए घायल
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) सर्जना सिंह ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि हमलावरों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. घायल हुए चार लोगों की पहचान अकील (35), नदीम (32), अकील (43) और अरबाज (38) के रूप में की गई है जिनका जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार किया जा रहा है.
अस्पताल अधिकारियों के अनुसार, भर्ती कराए गए पीड़ितों में से दो के सिर में अंदरुनी चोटें हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे विपक्षी दलों के कई नेताओं ने शनिवार की घटना की निंदा की है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पूरी घटना की निष्पक्ष जांच तथा दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
घायल के परिवार ने दर्ज कराया केस
इस बीच, हरदुआगंज थाने में एक घायल के परिवार के सदस्य ने हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. प्राथमिकी में मुख्य रूप से दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़े बारह लोगों के अलावा 25 अज्ञातों का जिक्र किया गया है. पुलिस ने शनिवार को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत चार घायलों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था.
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अमृत जैन ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि हरदुआगंज थाने के पनेट्टी गांव के पास शनिवार को वाहन से जब्त मांस के नमूने को मथुरा स्थित राज्य प्रयोगशाला में भेजा गया है ताकि पता चल सके कि यह प्रतिबंधित पशु का मांस है या नहीं.
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