विक्की कुमार | अमृतसर रेलवे स्टेशन के पार्सल विभाग में अब स्कैनर मशीन से जांच के बाद ही पार्सल की बुकिंग होगी। गोमांस बरामदगी मामले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए रेलवे ने पार्सल विभाग में अत्याधुनिक पार्सल स्कैन मशीन इंस्टॉल कर दी है। रेलवे ने मशीन चलाने की जिम्मेदारी प्रिंस पार्सल सर्विस को दी है। मशीन पर कंपनी का एक कर्मचारी तैनात होगा और वह हर सामान की जांच करेगा। अगर पार्सल में कोई भी गलत सामान जाता है तो उसकी सीधे तौर पर जिम्मेदारी कंपनी की ही होगी। रेलवे की ओर से पार्सल विभाग में कहीं भी अगर मशीनें इंस्टॉल की गई है तो उन्हें चलाने की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनियों को ही दी गई है। फिलहाल अब स्कैनर मशीन इंस्टॉल हो जाने के बाद हर सामान का पता चल सकेगा कि पार्सल में क्या कुछ सप्लाई हो रहा है। रेलवे की तरफ से यह मशीन 20 मई को ही इंस्टॉल की गई है। स्कैनर मशीन इंस्टॉल किए जाने के बाद अब कोई भी गलत सामान दूसरे राज्य या जिलों में नहीं जा सकेगा। पार्सल विभाग के इंचार्ज विवेक महाजन का कहना है कि अब किसी तरह का कोई गलत सामान नहीं जा सकेगा। रेलवे की तरफ से स्कैनर मशीन लगा दी गई है, जिससे उन्हें काफी फायदा होगा। कोई भी पार्सल अगर भेजना होगा तो वह स्कैन होने के बाद ही यहां से रवाना होगा। बता दें कि 29 अप्रैल 2025 को अमृतसर रेलवे स्टेशन से मुंबई सेंट्रल जाने वाली गोल्डन टेंपल एक्सप्रेस में फतेह सिंह कॉलोनी के रहने वाले विजय कुमार उर्फ विजू की ओर से 1283 किलो गोमांस बुक करवाकर मुंबई के जाफर शब्बीर नामक व्यक्ति को भेज दिया था। जब गौसेवकों को पता लगा तो उन्होंने बड़ोदरा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रुकवा कर डिब्बे में जांच की तो गोमांस पकड़ा गया। आरपीएफ और जीआरपी बड़ोदरा ने मामले में जहां जाफर शब्बीर और एजेंट विजय कुमार उर्फ विजू के खिलाफ केस दर्ज किया था, वहीं अमृतसर में छापेमारी करते हुए एजेंट विजू के एक कारिंदे बॉबी को भी गिरफ्तार किया था। इतनी बड़ी तादाद में गोमांस पकड़े जाने के बाद रेलवे के पार्सल विभाग में तैनात अधिकारियों पर लापरवाही के सवाल उठे थे, जिसके पश्चात रेलवे ने उक्त पार्सल विभाग में स्कैनर मशीन इंस्टॉल करने का फैसला लिया था।
गोमांस बरामदगी मामले के बाद स्टेशन के पार्सल विभाग में स्कैनर मशीन लगी
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