उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सावन के पहले दिन दुःखद खबर सामने आई है. यहां के बीआरडी (बाबा राघवदास) मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में पीजी तृतीय वर्ष के 32 वर्षीय स्टूडेंट (चिकित्सक) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. उनका शव हास्टल के कमरे के बेड पार संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला है. उनकी मौत किन परिस्थितियों में हुई है, पुलिस इसकी जांच कर रही है. कमरे की परिस्थितियों के आधार पर चिकित्सकक के सुसाइड करने का शक पुलिस को है. पुलिस को मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन बेहोशी के इंजेक्शन की खाली वायल और सिरिंच सुसाइड की ओर इशारा कर रहे हैं.
गोरखपुर के गुलरिहा थानाक्षेत्र के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार 11 जुलाई की सुबह एनेस्थीसिया विभाग में कार्यरत 32 वर्षीय डॉक्टर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत अवस्था में हॉस्टल के कमरे के बेड पर मृत अवस्था में मिले. मृत डॉक्टर की पहचान 32 वर्षीय अबिषो डेविड के रूप में हुई है, जो केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के परास्सला पाल्लूरकोनाम पामपड़मकुझी के रहने वाले थे. वो मेडिकल कॉलेज के सौ सीटेट पीजी बॉयज हॉस्टल में रह रहे थे और एनेस्थीसिया विभाग में जूनियर रेजिडेंट (जेआर-3) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे.
पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला
हैरत की बात ये है कि मौके पर पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. लाश के पास सिरिंज और बेहोशी के इंजेक्शन की खाली शीशी मिली है. इस आधार पर पुलिस को शक है कि उन्होंने किसी बात से क्षुब्ध होकर सुसाइड किया है. हालांकि उसकी वजह सामने नहीं आई है. सुसाइड की संभावना इसलिए भी जताई जा रही है क्योंकि दरवाजा अंदर से बंद था. पुलिस की मानें तो परिजनों के गोरखपुर पहुंचने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी.
हालात संदिग्ध देख कर्मचारी ने विभागाध्यक्ष को सूचना दी
शुक्रवार 11 जुलाई की सुबह रोज़ की तरह जब अबिषो डेविड समय पर विभाग में नहीं आए, तो विभागाध्यक्ष डॉ. सतीश कुमार ने कर्मचारी को उनके हॉस्टल के रूम पर भेजा. कर्मचारी जब हॉस्टल पहुँचा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला. उसने दरवाजा खटखटाया और आवाज लगाई, तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला. हालात संदिग्ध देख कर्मचारी ने विभागाध्यक्ष को सूचना दी, स्थिति को देखते हुए डॉ. सतीश कुमार स्वयं अन्य डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ हॉस्टल पहुँचे.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
काफी प्रयासों के बाद जब दरवाजा नहीं खुला, तो उसे तोड़ने का निर्णय लिया गया. दरवाजा तोड़कर जब लोग अंदर गए, तो अबिषो डेविड बेड पर मृत पड़े मिले. घटना की सूचना मिलते ही प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल, कई वरिष्ठ चिकित्सक, शिक्षक और रेजिडेंट डॉक्टर मौके पर पहुँच गए. गोरखपुर के गुलरिहा थाना पुलिस को तत्काल सूचित किया गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
फॉरेंसिक टीम ने कमरे से आवश्यक नमूने और साक्ष्य इकट्ठा किए
घटनास्थल से किसी प्रकार का स्पष्ट सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे उनकी मृत्यु को लेकर रहस्य और गहरा गया है. मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने कमरे से आवश्यक नमूने और संभावित साक्ष्य इकट्ठा किए हैं. हॉस्टल के अन्य रेजिडेंट डॉक्टरों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है, जिससे घटना के पीछे की कड़ियों को जोड़ा जा सके. घटना की सूचना प्रशासन को भी दे दी गई है, पूरे मेडिकल कॉलेज परिसर में इस घटना के बाद शोक और सन्नाटे का माहौल व्याप्त है.
क्या बोले एसपी सिटी अभिनव त्यागी
गोरखपुर के एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि आज सुबह सूचना मिली कि गुलरिहा थानाक्षेत्र के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पीजी थर्ड ईयर के स्टूडेंट सुबह से अपना कमरा नहीं खोल रहे थे. जब कमरा खोला गया, तो वो मृत अवस्था में वहां मिले. ये सूचना प्राप्त होते हुए बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इस मामले में आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.
गोरखपुर: BRD मेडिकल कॉलेज में संदिग्ध हालात में डॉक्टर की मौत, हॉस्टल के कमरे में मिला शव
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