नोएडा शहर ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अपना परचम लहराया है. भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 में नोएडा को गोल्डन सिटी अवार्ड से सम्मानित किया गया है. यह गौरव उसे 3-10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में मिलने पर प्राप्त हुआ है.
यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया गया. इस मौके पर केंद्रीय नगर विकास मंत्री ए. के. शर्मा, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम.एसीईओ सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
नोएडा न केवल गोल्डन सिटी अवार्ड का अकेला हकदार बना बल्कि स्वच्छता की अन्य प्रमुख श्रेणियों में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई. शहर को 5 स्टार गार्बेज फ्री सर्टिफिकेट और वॉटर प्लस प्रमाणपत्र भी मिला है. ये उपलब्धियाँ यह दर्शाती हैं कि नोएडा न केवल कचरा प्रबंधन में उत्कृष्ट है, बल्कि खुले में शौच से पूरी तरह मुक्त भी है और जल संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है.
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उत्तर प्रदेश और एनसीआर क्षेत्र के लिए गौरवपूर्णउल्लेखनीय है कि स्वच्छ सर्वेक्षण के इतिहास में इंदौर लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है, लेकिन 3-10 लाख की जनसंख्या वर्ग में नोएडा की यह जीत पूरे उत्तर प्रदेश और एनसीआर क्षेत्र के लिए गौरवपूर्ण है.
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने बताया कि स्वच्छता सुपर लीग जैसी नई श्रेणी में भी नोएडा को अवॉर्ड मिलना बेहद गर्व की बात है. इस उपलब्धि के पीछे नागरिकों की भागीदारी, कर्मचारियों की मेहनत और प्राधिकरण की ठोस रणनीति का बड़ा योगदान है. नोएडा की यह ऐतिहासिक सफलता क्लीन इंडिया मिशन की दिशा में एक प्रेरक कदम है, जो अन्य शहरों को भी पर्यावरणीय संतुलन और नागरिक स्वास्थ्य को लेकर और सजग बनाएगी.
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