ग्रेटर नोएडा में सुरक्षा के लिहाज़ से शहर की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जेपी ग्रीन्स सोसाइटी में चोरी की घटना ने सभी को चौंका दिया था. अब इस सनसनीखेज मामले का खुलासा बीटा-2 कोतवाली पुलिस ने कर दिया है.
पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से एक आरोपी पीड़ित कारोबारी का पूर्व ड्राइवर रह चुका है. एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि 10 जुलाई को जेपी ग्रीन्स में रहने वाले टिंबर कारोबारी पवन गोयल के घर में चोरी हुई थी. आरोपी घर से 25 से 30 लाख रुपये का सामान चुरा कर फरार हो गए थे, जिसमें इटली की लाइसेंसी पिस्टल और 3 लाख से अधिक की नकदी, सोने के सिक्के, आभूषण और कीमती कपड़े शामिल थे.
जिसे चोर चोरी कर घटना को अंजाम देकर बड़े ही शातिराना तरीक़े से चोरी कर फ़रार हो गए थे. ग़ौरतलब है कि पुलिस को जांच के दौरान पवन गोयल के पूर्व ड्राइवर जितेंद्र की भूमिका संदिग्ध लगी थी. जब उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो उसने चोरी की वारदात कबूल कर ली.
पूर्व में ड्राइवर की नौकरी कर चुका था ड्राइवरएडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि जितेंद्र पुत्र विजय, निवासी लड़पुरा गांव, पूर्व में सोसाइटी के कई निवासियों के यहां ड्राइवर की नौकरी कर चुका है. फरवरी 2025 में उसे नौकरी से निकाला गया, जिसके बाद उसने चोरी की योजना बनाई.
वारदात वाले दिन वह शराब पीकर आया, बाइक सोसाइटी से कुछ दूर खड़ी की और सीसीटीवी से बचते हुए दीवार फांदकर घर में घुस गया. उसने शीशा तोड़कर अकेले ही चोरी को अंजाम दिया. बाद में चोरी का सामान छिपाने और बेचने के लिए अपने भाई जुगेंदर पुत्र विजय को भी शामिल कर लिया.
पुलिस ने की लोगों से खास अपीलएडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि दोनों आरोपी शातिर अपराधी प्रवृत्ति के हैं और जितेंद्र को सोसाइटी के भीतर की पूरी जानकारी थी. उसने गेट पर बायोमैट्रिक और पास बनाने का बहाना बनाया और बाहर निकलने में कामयाब रहा.
इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा और सोसाइटी के स्टाफ की पृष्ठभूमि जांच की अहमियत को रेखांकित किया है. पुलिस ने सोसाइटी निवासियों से अपील की है कि घरेलू स्टाफ की नियुक्ति से पहले उनका पुलिस वेरिफिकेशन अवश्य करवाएं.
ग्रेटर नोएडा की जेपी ग्रीन्स सोसाइटी में चोरी का खुलासा, कारोबारी के पूर्व ड्राइवर सहित 2 गिरफ्तार
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