Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) श्रीलक्ष्मी वीएस ने बुधवार को बिरौंडी गांव का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान गांव में जगह-जगह गंदगी और कूड़े के ढेर मिले, जिससे नाराज होकर उन्होंने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.
वहीं सफाई कार्य में घोर लापरवाही मिलने पर जिम्मेदार फर्म मैसर्स विमलराज पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. इसके साथ ही कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने के लिए चेतावनी नोटिस भी जारी किया गया है. एसीईओ ने विभागीय लापरवाही के चलते स्वास्थ्य प्रबंधक, सहायक प्रबंधक और सफाई निरीक्षक का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया है.
प्रबंधक और सहायक प्रबंधक को नोटिस जारीइतना ही नहीं, प्रबंधक और सहायक प्रबंधक को नोटिस जारी कर 3 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने को भी कहा गया है. एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने स्पष्ट किया कि ग्रेटर नोएडा की सफाई व्यवस्था से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने ठेका एजेंसियों को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इसके साथ ही उन्होंने निवासियों से अपील की कि वे कूड़ा सड़क पर न फेंकें, डस्टबिन का प्रयोग करें और स्वच्छ ग्रेटर नोएडा बनाने में सहयोग दें. साफ-सफाई और स्वच्छता को लेकर प्राधिकरण की तरफ से की गई इस कार्रवाई ने साफ संदेश दिया है कि स्वच्छता को लेकर लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
इधर, ग्रेटर नोएडा सेक्टर पाई-2 स्थित अल्सटोनिया सोसाइटी पर खुले में कूड़ा फेंकने के मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग ने सोसाइटी पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 के उल्लंघन के चलते 48,800 रुपये का जुर्माना लगाया है. प्राधिकरण की तरफ से यह राशि तीन कार्य दिवस में जमा कराने का निर्देश दिया गया है.
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ग्रेटर नोएडा: गंदगी देख भड़के प्राधिकरण के अधिकारी, ठेका फर्म पर ठोका 2 लाख का जुर्माना
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