UP News: ग्रेटर नोएडा,ग्रेटर नोएडा में वैश्विक स्तर का ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) विकसित किए जाने की योजना पर तेजी से काम शुरू हो गया है. इस सेंटर के माध्यम से विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों को व्यापार और निवेश के लिए बेहतरीन अवसर और मजबूत बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराया जाएगा.
इस संबंध में इनवेस्ट यूपी के सीईओ विजय किरण आनंद और एसीईओ शशांक चौधरी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय में उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस, प्रेरणा सिंह और सुमित यादव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए. बैठक में ग्रेटर नोएडा के तेजी से विकसित होते इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश के अनुकूल माहौल को प्रेजेंटेशन के जरिए प्रस्तुत किया गया.
विदेशी निवेश के लिए प्रयास
प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार की पहल पर यह परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है. उनका उद्देश्य है कि ग्रेटर नोएडा को ग्लोबल बिजनेस हब के रूप में विकसित किया जाए और बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश को आकर्षित किया जाए. खासकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालन से पहले इस क्षेत्र को तैयार करना प्राथमिकता में है. बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर नीति को स्वीकृति दे चुकी है, जिससे ऐसी परियोजनाओं को सरकारी समर्थन और मार्गदर्शन मिल रहा है.
ग्रेटर नोएडा को मिलेगी नई पहचान
बैठक के बाद दोनों अधिकारियों ने इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (IITGNL) का दौरा भी किया और यहां की सुव्यवस्थित सड़कों, सुविधाओं और औद्योगिक ढांचे की जमकर सराहना की. यह परियोजना ग्रेटर नोएडा को वैश्विक निवेश मानचित्र पर प्रमुख स्थान दिलाने में सहायक सिद्ध हो सकती है. इस टाउनशिप से न सिर्फ उद्योग बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ेगा. लगभग सभी क्षेत्रों में स्किल्ड लोगों की डिमांड बढ़ेगी. इसमें एनसीआर के साथ-साथ यूपी के बाकी एरिया के लोगों को भी फायदा मिलेगा. ग्रेटर नोएडा के साथ ही यूपी की तस्वीर भी बदलेगी.
ग्रेटर नोएडा में बनेगा ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर, निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगी रफ्तार
5