चंडीगढ़ रॉक गार्डन में जो पद्मश्री नेक चंद द्वारा ऐतिहासिक धरोहर इकट्ठा की गई थी, उसकी कोई कदर नहीं हो रही है। वो ऐसे ही साइड में गिरा रखी है, जिनमें काफी ज्यादा टूट भी चुकी है। जिसे लेकर चंडीगढ़ के समाजसेवी आरके गर्ग ने चंडीगढ़ प्रशासक गुलाबचंद कटारिया को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा रॉक गार्डन जिसका दुनिया में नाम है उसकी देखरेख का काम किसी जिम्मेवारी शख्स को सौंपे। साथ ही जो रॉक गार्डन का काफी हिस्सा तोड़ा गया था उसे भी बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। सारा सामान मिट्टी में मिल रहा बहुत दिनों के बाद आज मैं रॉक गार्डन के उस साइड में गया, जहां पर रॉक गार्डन की दीवार को तोड़कर सड़क बनाई गई है। मुझे देखकर बहुत हैरानी हुई कि जो नई दीवार बन रही है, उसके भी कुछ फोटोग्राफ लिए हैं। तो उसको बनाया जा रहा है, सब लोग देखेंगे तो उनको पता लगेगा कि वह किस टाइप की बन रही है। लेकिन उससे ज्यादा हैरानी मुझे तब हुई कि जब मैं अंदर गया तो मैंने यह देखा कि पद्मश्री नेक चंद ने अपनी जिंदगी में मरने से पहले बहुत सा सामान इकट्ठा किया हुआ था और आज वह सारा सामान मिट्टी में मिल रहा है। मैं ज्यादा ना बात करते हुए आपको सिर्फ यह बताना चाहता हूं कि यह सारा सामान एक धरोहर है हमारे शहर की और उसको संभालने के लिए हमें किसी भी लायक आदमी की जरूरत है। पोती ने लिखा पीएम को पत्र चंडीगढ़ में पद्मश्री नेक चंद द्वारा बनाए गए ऐतिहासिक रॉक गार्डन की दीवार तोड़े जाने पर उनकी पोती प्रियंका सैनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था। न्यूयॉर्क में रहने वाली प्रियंका ने इस पत्र के जरिए रॉक गार्डन की उपेक्षा और विनाश पर चिंता जताई है। उन्होंने इसे संरक्षित करने की गुहार लगाई। प्रियंका ने लिखा कि वह केवल अपने परिवार की ओर से नहीं, बल्कि एक जागरूक नागरिक के रूप में भी यह पत्र लिख रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने चुपचाप रात के अंधेरे में रॉक गार्डन की दीवार तोड़ दी। साथ ही, दशकों पुराने पेड़ों को काटा जा रहा है। इस गार्डन की सब चीजों का आपस में जुड़ाव है। अपग्रेड करने के नाम पर तोड़ा उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि 2016 में प्रधानमंत्री मोदी जिस दरवाजे से फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद को लेकर रॉक गार्डन में दाखिल हुए थे, उसे भी ‘अपग्रेड’ करने के नाम पर तोड़ दिया गया है। प्रियंका ने कहा कि नेक चंद ने 57 वर्षों तक इस कलाकृति को संजोया और इसने भारत के पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। ताजमहल के बाद रॉक गार्डन ताजमहल के बाद रॉक गार्डन भारत का दूसरा सबसे अधिक देखा जाने वाला पर्यटन स्थल है। यहां हर साल करीब 15 लाख पर्यटक आते हैं, जिससे करोड़ों रुपए की आमदनी होती है। प्रियंका ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि इस धरोहर को नष्ट होने से बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करें।
चंडीगढ़ की पहचान रॉक गार्डन, ऐतिहासिक धरोहर की नहीं देखभाल:समाजसेवी गर्ग ने लिखा प्रशासक को पत्र, इस और दे ध्यान, तोड़ी दीवार बना रहे
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