चंडीगढ़, जलापूर्ति प्रोजेक्ट, विजिलेंस ने मांगी अधिकारियों की सूची:निगम ने सौंपे टेंडर डॉक्यूमेंट, चीफ इंजीनियर को भेजा रिमाइंडर, पूर्व कमिश्नर से हो सकती पूछताछ

by Carbonmedia
()

चंडीगढ़ के मनीमाजरा में शुरू की गई 24×7 जलापूर्ति परियोजना में विजिलेंस ने नगर निगम से प्रोजेक्ट से जुड़े सभी दस्तावेज मांगे थे लेकिन निगम ने सिर्फ टेंडर डॉक्यूमेंट और नोटिंग फाइल्स की कॉपी भेज दी, जिसके बाद विजिलेंस की ओर से एक रिमाइंडर चीफ इंजीनियर को भेजा गया जिसमें लिखा है प्रोजेक्ट से जुड़े सभी अधिकारियों की सूची भेजें जो प्रोजेक्ट में अलग-अलग अपनी भूमिका निभा रहे थे। मालूम हो उस दौरान नगर निगम की कमिश्नर आनंदिता मित्रा थीं जो पंजाब से डेपुटेशन पर चंडीगढ़ में आई थीं और उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें वापस उनके मूल कैडर में भेज दिया गया। अब विजिलेंस द्वारा निगम से जो लिस्ट मांगी गई है उसके चलते पूर्व कमिश्नर आनंदिता मित्रा को भी पूछताछ के लिए विजिलेंस बुला सकती है। इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया था और जिसकी लागत 75 करोड़ बताई गई थी, अब जांच के घेरे में है। बीजेपी अध्यक्ष ने दी थी केंद्र को शिकायत चंडीगढ़ बीजेपी अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा ने केंद्र सरकार को एक चिट्ठी भेजी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि मनीमाजरा में 4 अगस्त 2024 को 24×7 जलापूर्ति परियोजना का उद्घाटन किया गया, लेकिन आज तक वहां एक दिन भी पानी नहीं आया है। लोगों के घरों में गंदा पानी आ रहा है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मल्होत्रा ने लिखा था कि इस समस्या का जल्द समाधान किया जाए, ताकि लोगों को पानी की दिक्कत न हो। इसी शिकायत के बाद केंद्र सरकार ने मामला संज्ञान में लिया और इसकी जांच का जिम्मा चंडीगढ़ विजिलेंस विभाग को सौंप दिया। परियोजना का उद्देश्य 75 करोड़ की लागत से बनी यह परियोजना मनीमाजरा के एक लाख से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है। इसमें मॉडर्न हाउसिंग कॉम्प्लेक्स, शिवालिक एन्क्लेव, इंदिरा कॉलोनी और शास्त्री नगर के इलाके शामिल हैं। यह परियोजना स्मार्ट सिटी मिशन का हिस्सा है। इसका उद्देश्य लगातार और उच्च दबाव वाली जल आपूर्ति देना है, ताकि पानी की बर्बादी रोकी जा सके। इसके तहत रिसाव में कमी, स्मार्ट मीटरिंग, भूजल पर निर्भरता घटाना और ऊर्जा की खपत की निगरानी जैसे काम किए जाने हैं। इसके लिए कुल 22 किलोमीटर लंबी जल पाइपलाइन बिछाई गई है और दो भूमिगत जलाशय बनाए गए हैं, जिनकी क्षमता 2-2 मिलियन गैलन प्रतिदिन है।

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment