चंडीगढ़ पुलिस अब वाहन चालकों को केवल ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ही रोक सकेगी। डीजीपी डॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने हिदायतें दी हैं कि यदि चालक कोई वॉयलेशन नहीं कर रहा है, तो बिना वजह वाहन को न रोका जाए। खासतौर पर परिवार के साथ चल रही गाड़ियों को रोकने से बचने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी का कहना है कि वे चंडीगढ़ पुलिस की छवि को बेहतर बनाना चाहते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर नाकों पर पुलिसकर्मियों द्वारा वाहन चालकों को रोकने और परेशान करने के कई वीडियो वायरल हुए थे। इसी के चलते मैनुअल चालान पर भी रोक लगा दी गई है और अब चालान सिर्फ सीसीटीवी कैमरे के जरिए ही होंगे। बिना वजह रोकने पर रोक शहर के हर थाना क्षेत्र में शाम के समय सुरक्षा और अपराध रोकने के लिए दो से तीन नाके लगाए जाते हैं। लेकिन यहां पर पुलिसकर्मी अक्सर चालान काटने लग जाते थे। अब डीजीपी के निर्देश के बाद थाना प्रभारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं कि नाके पर गाड़ियां सिर्फ तभी रोकी जाएं जब चालक ने ट्रैफिक नियम तोड़ा हो। सोशल मीडिया पर बढ़ी शिकायतें लोगों ने कई बार पुलिस की इस मनमानी के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किए हैं और सीनियर अफसरों तक भेजे हैं। वाहन चालकों का कहना है कि जब उनके पास सभी कागजात मौजूद होते हैं और कोई ट्रैफिक नियम नहीं तोड़ा होता, तो उन्हें नाकों पर क्यों रोका जाता है। बाहरी राज्यों की गाड़ियां ज्यादा निशाने पर शहर में आने वाली बाहरी राज्यों की गाड़ियों को अक्सर ट्रैफिक पुलिस के जवान रोक कर वसूली करते थे। खासकर एंट्री प्वाइंट, लाइट प्वाइंट और चौराहों पर यह देखने को मिलता था। आरोप तो यहां तक लगे कि ड्यूटी लगाने के लिए मुंशी को लाखों रुपए तक देने पड़ते थे। डीजीपी सागर प्रीत के पदभार संभालने के बाद से व्यवस्था में बदलाव शुरू किए गए हैं। उनका कहना है कि अब चालान सिर्फ ट्रैफिक नियम तोड़ने पर होंगे और प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी।
चंडीगढ़ ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ही रोकेगी पुलिस:डीजीपी हुड्डा ने जारी की सख्त हिदायतें, परिवार साथ तो गाड़ी न रोकने का आदेश
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