चंडीगढ़ प्रशासन जहां एक ओर शहर में पेड़ लगाने और लोगों को पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है, वहीं अब 339 पेड़ काटने की तैयारी की जा रही है। क्योंकि मार्बल मार्केट जहां बनाई जानी है, वहां पर पेड़ खड़े हैं, जिनमें से कुछ सूख चुके हैं। प्रशासन ने धनास स्थित मार्बल मार्केट को सेक्टर-56 में बन रहे बल्क मटेरियल मार्केट में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए प्रशासन ने एक कंसल्टेंट नियुक्त किया है, जो नए स्थल के लिए पर्यावरण मंजूरी (ग्रीन क्लियरेंस) लेगा। अधिकारियों के मुताबिक, कंसल्टेंट पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से मंजूरी के लिए आवेदन करेगा। इस प्रक्रिया में करीब दो महीने का समय लगेगा। 339 पेड़ काटने होंगे, 34 पहले से सूखे सेक्टर-56 में 44 एकड़ जमीन पर 20 करोड़ रुपए की लागत से बल्क मटेरियल मार्केट तैयार हो रहा है। चूंकि मार्केट का बिल्ट-अप एरिया 20,000 वर्ग मीटर से ज्यादा है, इसलिए पर्यावरण मंजूरी जरूरी है। नए स्थल पर 339 पेड़ काटने होंगे, जिनमें से 34 पहले से सूखे हैं। मंजूरी मिलने के बाद ही साइटों की अलॉटमेंट के लिए टेंडर निकाले जाएंगे। 191 प्लॉट और 48 बूथ होंगे नीलाम प्रशासन यहां 191 एक-एक कनाल के प्लॉट और 48 बूथ साइटों की नीलामी पट्टे पर करेगा। रिज़र्व प्राइस मौजूदा कलेक्टर रेट्स के आधार पर तय किया जाएगा। एक कनाल साइट पर बेसमेंट और तीन मंजिल तक बनाने की अनुमति होगी। शुरुआत में प्रशासन ने सिर्फ धनास के मार्बल व्यापारियों को शिफ्ट करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब हाल ही में तोड़े गए फर्नीचर मार्केट के व्यापारी भी प्लॉट की ओपन नीलामी में हिस्सा ले सकेंगे। धनास क्षेत्र में 2016 और 2018 में हुए सर्वे के दौरान 188 मार्बल की दुकानें चलती पाई गई थीं। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट पहले ही इन अस्थायी मार्केटों को अवैध घोषित कर चुका है और इन्हें हटाने के आदेश दे चुका है।
चंडीगढ़ में जल्द काटे जाएंगे 339 पेड़:सेक्टर-56 में शिफ्ट होगी मार्बल मार्केट, साइटों की अलॉटमेंट के लिए निकाले जाएंगे टेंडर
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