अगर आपने बिजली के मीटर से छेड़छाड़ की है, तो अब पछताने का समय खत्म हो रहा है। चंडीगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (सीपीडीएल) ने ऐसे उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी वॉलंटरी डिक्लेरेशन स्कीम (वीडीएस) शुरू की है, जिसके तहत 9 जून तक छेड़छाड़ किए गए मीटर को बिना किसी पूछताछ या कानूनी कार्रवाई के बदला जा सकता है। इस योजना का मकसद उपभोक्ताओं को स्वेच्छा से गलती सुधारने का मौका देना है। योजना 26 मई से शुरू हो चुकी है और 9 जून तक ही लागू रहेगी। इसके बाद पकड़े जाने पर सामान्य नियमों के तहत न केवल भारी जुर्माना भरना पड़ेगा बल्कि पुलिस केस भी दर्ज हो सकता है। टेंपरिंग स्वीकार ने पर नही होगी कार्रवाई चंडीगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (सीपीडीएल) अधिकारियों के अनुसार, अगर उपभोक्ता स्वयं आगे आकर मीटर में टेंपरिंग की बात स्वीकार करता है, तो उसके खिलाफ न कोई शिकायत दर्ज की जाएगी और न ही पूछताछ की जाएगी। यही नहीं, विभाग ने जुर्माना भी घटा दिया है। पहले जहां 12 महीने का मूल्यांकन शुल्क लिया जाता था, अब केवल 6 महीने का शुल्क देना होगा। इस योजना के तहत उपभोक्ता को नया बिजली मीटर लगवाना होगा, जिसकी पूरी लागत उपभोक्ता को खुद करनी होगी। मीटर की इंस्टॉलेशन सीपीडीएल द्वारा की जाएगी। वीडीएस योजना संयुक्त विद्युत नियामक आयोग (जेईआरसी) के 2018 के विनियमन के तहत एक बार की राहत के तौर पर लागू की गई है। विभाग ने साफ किया है कि यह केवल एक बार दिया गया मौका है। इसके बाद मीटर में छेड़छाड़ पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चंडीगढ़ में बिजली मीटर टेंपरिंग पर अब मिलेगा आखिरी मौका:9 जून तक छूट, न जुर्माना न केस, 6 माह का देना होगा शुल्क
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