चंडीगढ़ में स्कूलों में 334 टीचर भर्ती की तैयारी:केंद्र सरकार ने दिए निर्देश, छात्र-टीचर का तालमेल ठीक करना मकसद, जेबीटी और टीजीटी शामिल

by Carbonmedia
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केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन को सख्त हिदायत दी है कि सरकारी स्कूलों में छात्र-टीचर के तालमेल (PTR) को सही किया जाए और हर साल यह देखा जाए कि कहां कितने टीचरों की जरूरत है। समग्र शिक्षा योजना की बैठक में केंद्र सरकार की प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (PAB) ने बताया कि चंडीगढ़ के करीब 10% प्राइमरी स्कूलों में अभी भी बच्चों और टीचरों की गिनती का सही मेल नहीं है। बोर्ड ने चंडीगढ़ प्रशासन को सलाह दी है कि हर स्कूल में कितने बच्चे हैं और वहां कितने टीचर हैं, इसका पूरा डेटा तैयार किया जाए। इससे नए सत्र से पहले तय हो पाएगा कि कहां और कितने टीचरों की जरूरत है। साथ ही बोर्ड ने ये भी कहा है कि टीचरों की पोस्टिंग एक बार का काम नहीं होना चाहिए, बल्कि हर साल इसे प्लान करके किया जाना चाहिए। जेबीटी और टीजीटी शामिल चंडीगढ़ शिक्षा विभाग जल्द ही 334 पदों पर भर्ती शुरू करने वाला है। इसमें 218 जूनियर बेसिक टीचर (JBT), 109 ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT) और कुछ खास पद जैसे समावेशी शिक्षा के लिए रिसोर्स टीचर और MIS कोऑर्डिनेटर भी शामिल हैं। विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 728 जेबीटी पदों में से अभी 510 भरे हुए हैं। वहीं 647 टीजीटी पदों में से 538 भरे हैं, यानी 109 पद खाली हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस भर्ती से खास तौर पर प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पढ़ा रहे टीचरों का बोझ थोड़ा कम होगा। डेटा के आधार पर हो टीचरों की तैनाती बोर्ड ने कहा है कि टीचरों की पोस्टिंग के लिए UDISE+ जैसे रियल टाइम डेटा का इस्तेमाल किया जाए, ताकि जरूरत के हिसाब से फैसले लिए जा सकें। बोर्ड का मानना है कि सही जगह पर टीचरों की तैनाती से बिना नई पोस्ट बढ़ाए भी पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारी जा सकती है।

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