चंडीगढ़ में हुई 249 फायरमैन की भर्ती पर तलवार लटकती हुई नजर आ रही है। इन सभी को रोजाना 20-20 कर जांच के लिए बुलाया जा रहा है। आज रविवार को भी 20 को बुलाया गया है, जिनके बायोमेट्रिक, राइटिंग और सिग्नेचर लिए जाएंगे और उसके बाद उन्हें जांच के लिए सीएफएसएल भेज दिया जाएगा। शनिवार को जांच में शामिल होने के लिए सिर्फ 19 ही पहुंचे थे, जिनमें से एक गैरहाजिर रहा। वर्ष 2023 में एएसआई भर्ती परीक्षा के दौरान 4 फर्जी उम्मीदवार पकड़े गए थे। सोनीपत निवासी सतीश को एक असली उम्मीदवार की जगह परीक्षा देते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में सतीश ने बताया कि वह सोमवीर नामक व्यक्ति के साथ फर्जीवाड़े में शामिल था। हर उम्मीदवार से 10 लाख रुपए लिए थे। इसके बाद सभी फायर कर्मियों को सेक्टर-36 थाना ले जाया गया, जहां चंडीगढ़ पुलिस की फोटो सेक्शन यूनिट ने उनका फोटो रिकॉर्ड तैयार किया। सभी की अलग-अलग तस्वीरें ली गईं। आज जांच के दूसरे चरण में ग्रुप-बी के 20 फायर कर्मियों को बुलाया गया है। 5 महीने बाद दिया नगर निगम ने रिकॉर्ड नगर निगम ने 5 महीने बाद पुलिस को रिकॉर्ड सौंप दिया है। पुलिस बार-बार नगर निगम से रिकॉर्ड मांग रही थी। रिकॉर्ड न मिलने के कारण पुलिस की जांच अटकी हुई थी। पुलिस इससे पहले कई फायरमैन का रिकॉर्ड जांच के लिए सीएफएसएल भेज चुकी है। हालांकि, सीएफएसएल से अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीएफएसएल को रिपोर्ट के लिए रिमाइंडर भेजा जाएगा। सतीश की निशानदेही पर पुलिस ने दीपक, बृजेंद्र और नवीन को गिरफ्तार किया, जो डेढ़ साल से फायरमैन पद पर कार्यरत थे। जांच में सामने आया कि इनकी जगह किसी और ने परीक्षा दी थी, लेकिन इसके बाद पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ी। पुलिस अभी तक परीक्षा देने वालों को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी, जबकि परीक्षा देने वाले अभी भी कई सरकारी संस्थानों में नौकरियां कर रहे हैं।
चंडीगढ़ में 249 फायरमैन की भर्ती पर लटकी तलवार:बायोमेट्रिक, राइटिंग और सिग्नेचर की जांच, पूछताछ में खुलासा एक व्यक्ति से लिए 10 लाख
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