Mahoba News: महोबा जनपद के जैतपुर कस्बे में स्थित बेशकीमती चारागाह की सरकारी भूमि पर बाहरी लोगों द्वारा कथित अवैध कब्जे को लेकर नगर के व्यापारियों में आक्रोश है. गुरूवार को उत्तर प्रदेश नगर उद्योग व्यापार मंडल जैतपुर के दर्जनों व्यापारी जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे और डीएम को ज्ञापन सौंपकर अवैध कब्जे की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.
व्यापारियों का आरोप है कि चारागाह की भूमि पर करीब दो सैकड़ा बाहरी लोग कब्जा जमाए हुए हैं, जिन पर रोहिंग्या और बांग्लादेशी समुदाय से होने का संदेह जताया गया है. ज्ञापन में बताया गया कि उक्त लोगों के कारण कस्बे में भय का माहौल बन गया है और व्यापारियों व राहगीरों को खतरा महसूस होता है. व्यापारियों में इस प्रकरण को लेकर काफी आक्रोश भी दिखाई दिया है.
व्यापारियों ने लगाए आरोपनगर अध्यक्ष प्रवेन्द्र अग्रवाल के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि ये लोग अपराधी प्रवृत्ति के हैं, आए दिन झगड़े करते हैं, और इलाके में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं. व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि पंचायत कर्मियों की मिलीभगत से इन लोगों ने फर्जी रूप से परिवार रजिस्टर में हिंदू नाम दर्ज करा लिए हैं और स्थानीय पुलिस से संरक्षण भी प्राप्त है. ज्ञापन में प्रशासन से मांग की गई कि चारागाह भूमि पर अवैध कब्जा हटाया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए. साथ ही दोषी अधिकारियों और सहयोगियों पर कार्यवाही की जाए.
हालांकि आरोपों की पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी, लेकिन यह मामला स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है. अब सवाल उठता है कि यदि ये लोग वाकई बांग्लादेशी या रोहिंग्या हैं तो तक प्रशासन द्वारा कार्यवाही क्यों नहीं की गई और यदि नहीं हैं तो फिर इस प्रकरण को इतना तूल क्यों दिया जा रहा है? तमाम आरोपों और शिकायत को लेकर व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल महोबा डीएम से मिला और जांच की मांग की और सरकारी की जमीन का कब्जामुक्त कराने की भी अपील की है.
चारागाह की सरकारी जमीन पर कब्जा, व्यापारियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, रोहिंग्या और बांग्लादेशी होने का जताया संदेह
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