UP News: बहु चर्चित ज्ञानवापी केस की सुनवाई करने वाले जज रवि कुमार दिवाकर ने अपनी और अपने परिवार की जान को खतरा बताया है. जिसमें उन्होंने हाई कोर्ट और चित्रकूट पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है. एडीजी जज के आवास में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था न होने पर एसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. बार-बार शिकायत के बाद भी पुलिस ने अभी तक सुरक्षा नहीं बढ़ाई है. जज ने एसपी पर सुरक्षा न देने का आरोप लगाया है.
जज रवि कुमार दिवाकर ने पूर्व में बरेली की तरह चित्रकूट में भी सुरक्षा व्यवस्था देने की पुलिस से मांग की है. दरअसल ज्ञानवापी सुनवाई के दौरान जज रवि कुमार दिवाकर को इंटरनेट के माध्यम से धमकी मिली थी. धमकी देने वाला आरोपी व्यक्ति की MP की सीमा क्षेत्र में तैनाती होने के कारण पर्याप्त सुरक्षा न मिलने पर जज ने अपनी और अपने परिवार को खतरा बताया है.
हाई कोर्ट को सुरक्षा के बारे में दी जानकारी
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर अपनी व परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और जिला न्यायाधीश और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर हाईकोर्ट के आदेश पर पूर्व में मिली सुरक्षा के अनुसार मांगी है. उनका कहना है कि धमकी देने वाला आरोपित मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का है. वर्तमान तैनाती स्थल चित्रकूट मध्यप्रदेश की सीमा से सटा है.
सरकारी कालोनी में है आवास
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश जज कालोनी सोनेपुर कर्वी में आवास आवंटित है. जिसमें परिवार के साथ रहते हैं, लेकिन जनपद बरेली के आवास में जिस संख्या में सुरक्षा कर्मी प्रदान किए गए थे वह यहां पर नहीं है. जिस कारण से वर्तमान समय में आवास की सुरक्षा अपर्याप्त है.
पुलिस का पर्याप्त सुरक्षा का दावा
वहीँ इस मामले में अरुण कुमार सिंह पुलिस अधीक्षक चित्रकूट का कहना है कि जितनी सुरक्षा जिला जज को दी गई है उतनी सुरक्षा इनको भी दी गई है. अगर उन्हें और अतिरिक्त सुरक्षा चाहिए तो, जो उन्होंने हाई कोर्ट के आदेश का हवाला दिया है अगर वह आदेश की कॉपी सुरक्षा बढ़ाने वाला देते हैं तो उनकी सुरक्षा बढ़ा दी जाएगी.