चॉइस फिलिंग का अंतिम दिन कल , 23 में से 12 आईआईटी ने बंद किए ब्रांच चेंज के ऑप्शन

by Carbonmedia
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भास्कर न्यूज | जालंधर जोसा की ओर से आईआईटी-एनआईटी व अन्य शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया चल रही है। 127 कॉलेजों की 60 हजार से अधिक सीटों के लिए करवाई जा रही इस काउंसलिंग के लिए चॉइस फिलिंग का अंतिम दिन 12 जून शाम 5 बजे तक है। छात्र-छात्राएं 127 कॉलेजों की 927 ब्रांचेज की चॉइस भर सकते हैं। छात्र-छात्राएं दिए गए समय में अपनी भरी हुई कॉलेज चॉइस को लॉक नहीं कर पाता है तो उनकी अंतिम सेव चॉइस स्वतः ही ऑटो-लॉक हो जाती है। ज्वाइंट सीट काउंसलिंग के पहले मॉक सीट एलोकेशन जारी कर दिया गया है। जारी किए गए मॉक सीट एलोकेशन में 1 लाख 72 हजार 782 स्टूडेंट्स ने 1 करोड़ 93 लाख 71842 च्वॉइस को शामिल कर आवंटन दिया गया है। देश के लाखों विद्यार्थी हर वर्ष जेईई-एडवांस्ड के रिजल्ट के आधार पर टॉप-7 आईआईटी में लोअर ब्रांच लेकर ब्रांच अपग्रेड करने का सपना लेकर प्रवेश लेते हैं। लेकिन गत कई वर्षों में कई शीर्ष आईआईटी ने ब्रांच चेंज के विकल्प को बंद कर दिया है। इस वर्ष 12 आईआईटी जिनमें बाम्बे, मंडी, खड़गपुर, हैदराबाद, मद्रास, पटना, धनबाद, वाराणसी, जम्मू एवं धारवाड़ आईआईटी ऐसे हैं, जिन्होंने ब्रांच चेंज का विकल्प बंद कर दिया है। इसके अतिरिक्त 11 आईआईटी जिनमें दिल्ली, इंदौर, जोधपुर, कानपुर, गांधीनगर, रूड़की, रूपड़, भिलाई, गोवा, पलक्कड़ एवं तिरूपति ने अभी भी ब्रांच चेंज के विकल्प को रखा हुआ है। इसी प्रकार 32 एनआईटी में से 11 एनआईटी ने ब्रांच चेंज का विकल्प दिया हुआ है, जिनमें जालंधर, भोपाल, अगरतला, दुर्गापुर, गोवा, मेघालय, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम, उत्तराखंड एवं नागपुर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 21 एनआईटी में प्रमुख एनआईटी जयपुर, इलाहाबाद, कालीकट, सूरतकल , कुरूक्षेत्र, तिरछी, वारंगल, सूरत जैसे एनआईटी ने ब्रांच चेंज के विकल्प को हटा दिया है। जेईई एडवांस्ड या जेईई मेन-2025 मेरिट के तहत एक जैसे रैंक वाले दो या इससे अधिक दावेदार हुए, तो भी दाखिला सभी को मिलेगा। यदि किसी ब्रांच में एक ही सीट बची हो और एक जैसे रैंक वाले दावेदारों की संख्या तीन हो, तो उनकी पसंदीदा ब्रांच में सीट देने के लिए अतिरिक्त सीट (सुपर न्यूमेररी सीट) जोड़ी जाएगी। जेईई मेन की मेरिट में एक जैसे रैंक वाले दो या अधिक दावेदार हुए और उसी सीट पर रजिस्ट्रेशन की मांग करेंगे, तो एनआईटी, आईआईआईटी समेत 128 अन्य शिक्षण संस्थानों में भी अतिरिक्त सीटें जोड़ी जाएंगी। अतिरिक्त सीट जोड़ने पर किसी भी आरक्षित सीट में कोई कटौती या छेड़छाड़ नहीं होगी।

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