बालिका वधु फेम अविका गौर इन दिनों अपने मंगेतर मिलिंद चंदवानी के साथ शो पति, पत्नी और पंगा में नजर आ रही हैं। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में अविका ने बताया कि जब उन्होंने मिलिंद को प्रपोज किया, तो उन्हें छह महीने के लिए फ्रेंडजोन कर दिया गया। हालांकि, इस अनुभव से अविका ने काफी कुछ सीखा। आप दोनों जल्द ही शादी करने वाले हैं, फिर तैयारियों को छोड़कर पति, पत्नी और पंगा जैसे शो में शामिल होने का क्या कारण रहा? अविका- हां, हम दोनों इस समय कपड़े वगैरह को लेकर ज़रूर सोच रहे हैं, लेकिन शादी के लिए नहीं, बल्कि शो के एपिसोड्स के लिए। फिलहाल हमारी चर्चा इसी बात पर हो रही है कि शो में कैसे रहना है और क्या करना है। मेरे ख्याल से यह एक बेहतरीन मौका है कि हम इस शो के जरिए एक-दूसरे को और भी बेहतर तरीके से जान सकें। क्या आपने सोचा कि पहले अविका के साथ ‘पंगा’ लेकर देख लेते हैं, फिर आगे की जर्नी के बारे में सोचेंगे? मिलिंद- नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। हमारी सगाई काफी पहले हो चुकी थी, बस हमने इसकी जानकारी लोगों को थोड़ी देर से दी। इस शो में आने का मकसद सिर्फ इतना है कि हम एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिता सकें और साथ में ढेर सारी चीजें कर सकें। आपने अविका को छह महीनों के लिए फ्रेंडजोन क्यों किया? मिलिंद- देखिए, अगर कोई लड़की प्यारी है, तो पहले उसे फ्रेंडजोन करना चाहिए, खासकर अगर आप एक लंबा रिश्ता निभाना चाहते हैं। और इसका नतीजा देखिए, हम पिछले छह सालों से साथ हैं। अगर मैं शुरुआत में ही हां कह देता, तो शायद हमें एक-दूसरे को अच्छे से समझने का मौका नहीं मिलता। अविका- हां, मैं भी यही कहना चाहूंगी कि अगर इसने मुझे फ्रेंडजोन किया, तो उसका फायदा भी हुआ। उन छह महीनों में हमने एक-दूसरे को एक दोस्त के रूप में बहुत अच्छे से जाना। समझा कि ये इंसान कैसा है, क्या कर सकता है, अपने परिवार के साथ कैसा व्यवहार करता है, और एक पार्टनर के रूप में कैसा हो सकता है। आप दोनों का प्रोफेशन काफी अलग है। एक एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से है, तो दूसरा सोशल वर्क से। ऐसे में आप दोनों इसे कैसे मैनेज करते हैं? अविका- सच कहूं तो यह बिल्कुल भी मुश्किल नहीं होता। क्योंकि इनका काम सिर्फ सोशल वर्क तक सीमित नहीं है ये कॉर्पोरेट सेक्टर से भी जुड़े हुए हैं। शुरू में मुझे लगता था कि इन्हें एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की ज्यादा समझ नहीं होगी, लेकिन मैं गलत थी। जब हमने बातें करना शुरू किया, तो पता चला कि ये बहुत कुछ जानते हैं और जानने में भी दिलचस्पी रखते हैं। ये अक्सर एक्साइटेड रहते हैं, पूछते हैं कि ये सीन कैसे किया, वो सीन में क्या चल रहा था। मतलब हम दोनों एक-दूसरे के प्रोफेशन को समझने और सराहने की कोशिश करते हैं और यही चीज हमारे रिश्ते को और मजबूत बनाती है। क्या यहां कोई कपल आपको शादी के बारे में टिप्स देता है? मिलिंद- हां, लोग अक्सर हमें टिप्स देते हैं। लेकिन सच कहूं तो हम ज्यादातर टिप्स लेते नहीं हैं। हां, अगर कोई बात अच्छी लगती है तो उसे जरूर अपनाते हैं। बाकी बातें एक कान से सुनते हैं और दूसरे से निकाल देते हैं।
छह महीने की दोस्ती ने बनाया मजबूत रिश्ता:अविका-मिलिंद बोले- हर रिश्ते की बुनियाद दोस्ती है; शादी से पहले मिल रहे टिप्स पर भी दिया रिएक्शन
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