लुधियाना के जगराओं में कूड़े की समस्या को लेकर चल रही राजनीति में नया मोड़ आ गया है। नगर कौंसिल ने कार्रवाई करते हुए ऑफिस के सामने बने कूड़े के डंप को खाली करवा दिया है। यह कदम पार्षद रविंदरपाल सिंह राजू कामरेड की भूख हड़ताल की चेतावनी के बाद उठाया गया। शहर में कई स्थानों पर कूड़े के डंप बने हुए थे। विधायक गुट के पार्षदों ने प्रधान गुट के खिलाफ कौंसिल ऑफिस के बाहर धरना दिया। स्थिति तब जटिल हो गई जब कांग्रेस पार्टी के कौंसिल प्रधान और उनके समर्थक पार्षद भी धरने में शामिल हो गए। शहरवासियों को जब विधायक गुट की रणनीति का पता चला, तो वे पार्षदों की गुटबाजी देख तमाशा देखने लगे। पार्षद राजू कामरेड ने सोमवार तक कूड़े की समस्या का समाधान न होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी थी। हालांकि, नगर कौंसिल ने समय से पहले ही कार्रवाई शुरू कर दी। सफाई होने के बाद लोगों ने कौंसिल प्रधान का गुणगान करना शुरू कर दिया। कूड़े पर राजनीति करना गलत- कौंसिल प्रधान
शहर में सफाई व्यवस्था की मुख्य समस्या गीले और सूखे कूड़े का मिश्रित संग्रह है। सफाई कर्मियों का कहना है कि इसके लिए नागरिक जिम्मेदार हैं। नगर परिषद घर-घर जाकर लोगों को कूड़े के पृथक्करण के लिए जागरूक कर रही है। कूड़े की समस्या का समाधान तभी संभव है जब लोग गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग दें। कौंसिल प्रधान जतिंदरपाल राना ने कहा कि कूड़े पर राजनीति करना गलत था। वह तो काफी समय से कूड़े की समस्या को लेकर अवैध कब्जे छुड़वाने की बात करते आ रहे है। लेकिन कुछ पार्षद सब्जी मंडी रोड पर पड़ी कौंसिल की जगह के मामले में चुप्पी साध लेते है। प्रधान राना ने शहर निवासियों से अपील की कि लोग नियमों का पालन करें। घर पर अलग अलग डस्टबिन लगा कर गीला सूखा कचरा अलग-अलग सफाई कर्मियों को दे। शहर के लोगों का सहयोग मिलेगा तभी शहर साफ-सुथरा रह सकेगा। इधर, नगर सुधार सभा के प्रधान अवतार सिंह और सचिव कमलजीत खन्ना ने पार्षदों की गुटबाजी के कारण रुके विकास कार्यों को लेकर रविवार को नगर कौंसिल के सामने बने पार्क में शहरवासियों की बैठक बुलाई है।
जगराओं कौंसिल ऑफिस के सामने से हटा कूड़े का डंप:पार्षद ने दी थी भूख हड़ताल की चेतावनी, प्रधान बोले- कूड़े पर राजनीति गलत
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