हरियाणा के यमुनानगर जिले के छछरौली में आंगनवाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत प्रदर्शन किया। आंगनवाड़ी वर्कर रमेश कुमारी बतरा के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में कई महत्वपूर्ण मांगें रखी गई। मुख्य मांगों में गुजरात हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार आंगनवाड़ी वर्कर और सहायिकाओं को पूर्ण सरकारी कर्मचारी का दर्जा देना शामिल है। साथ ही उन्हें ग्रेच्युटी का लाभ भी दिया जाए। केंद्रों को क्रैच में बदलने पर जताई चिंता प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री द्वारा 2018 और 2022 में किए गए वादे को याद दिलाया, जिसमें सुपरवाइजर के 50% पदों को वर्करों से भरने की बात कही गई थी। प्ले स्कूल में काम करने वाली डिग्रीधारी वर्करों के लिए टीचर वेतनमान की मांग की गई। आंगनबाड़ी केंद्रों को क्रैच में बदलने के मुद्दे पर भी चिंता जताई गई। वर्करों का कहना है कि उन्हें इस बदलाव की कोई पॉलिसी जानकारी नहीं दी गई। किराया और बिजली की व्यवस्था यूनियन ने क्रैच कर्मियों के लिए उचित स्थान, किराया और बिजली की व्यवस्था की मांग की। हेल्पर वर्करों को ग्रेड सी और डी का पे स्केल देने की मांग भी रखी गई। साथ ही 2022-23 का बकाया महंगाई भत्ता जल्द जारी करने और हेल्पर की प्रमोशन 25% से बढ़ाकर 50% करने की मांग की गई। रिटायरमेंट लाभों को लेकर भी मांग रखी गई। वर्तमान में 60 और 65 वर्ष पर रिटायरमेंट लाभ मिलता है, लेकिन 61 से 65 वर्ष के बीच मृत्यु होने पर यह लाभ नहीं मिलता। यूनियन ने नियम में बदलाव की मांग की है।
जगाधरी में आंगनवाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन:वर्कर्स और हेल्पर्स ने सरकारी कर्मी का मांगा दर्जा मांगा, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
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