जनता के सुर में कांग्रेस MP ने मिलाया सुर, वर्षा गायकवाड़ ने सीएम देवेंद्र फडणवीस को क्यों लिखी चिट्ठी?

by Carbonmedia
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Varsha Gaikwad On Dharavi Redevelopment Project: मुंबई में धारावी पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत धारावी के निवासियों के पुनर्वासन के लिए कुर्ला मदर डेयरी की जमीन दिए जाने के निर्णय का नागरिकों द्वारा विरोध किया जा रहा है. इस संबंध में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर उनके विरोध के बारे में जानकारी दी है.


पत्र में कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने लिखा है कि धारावी पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत धारावी के निवासियों का पुनर्वासन धारावी में न करके कुर्ला स्थित मदर डेयरी की जमीन पर किया जाने वाला है. ऐसा निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया है. विकासकर्ता के हितों को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील मानी जाने वाली कुर्ला मदर डेयरी की जमीन को धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए देने के लिए नियमों और शर्तों में बदलाव किया गया है.




बॉटनिकल गार्डन की स्थापना की जाए


वर्षा गायकवाड़ ने पत्र में लिखा है कि कुर्ला मदर डेयरी की जमीन धारावी पुनर्विकास परियोजना को दिए जाने का कुर्ला निवासियों द्वारा तीव्र विरोध किया जा रहा है. नागरिकों की यह मांग है कि मदर डेयरी की जमीन धारावी पुनर्विकास परियोजना को न देकर वहां बॉटनिकल गार्डन (वनस्पति उद्यान) की स्थापना की जाए. इस क्षेत्र में एक हजार से अधिक बहुमूल्य पेड़ मौजूद हैं और यह क्षेत्र पर्यावरणीय संतुलन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है.


सरकार नागिरकों की मांग पर ध्यान नहीं देने का आरोप


पत्र के मुताबिक इस जमीन को बचाने के लिए नागरिकों द्वारा कई दिनों से विरोध रैली, आंदोलन और हस्ताक्षर अभियान चलाए जा रहे हैं. किंतु सरकार इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रही है. नागरिकों के विरोध को नजर अंदाज करते हुए सरकार ने यह जमीन धारावी पुनर्विकास परियोजना को देने का निर्णय ले लिया है. इसके कारण नागरिक आक्रोशित होकर आंदोलन को और अधिक तीव्र कर रहे हैं.


अतः बिना नागरिकों को विश्वास में लिए जनभावनाओं और पर्यावरणीय मुद्दों की पूर्णतः उपेक्षा करते हुए सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय का नागरिकों द्वारा भारी विरोध किया जा रहा है. हम नागरिकों की ओर से आपसे विनम्र अनुरोध करते हैं कि इस निर्णय को तुरंत रद्द कर, उस स्थान पर बॉटनिकल गार्डन की स्थापना की जाए.


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