भास्कर न्यूज | लुधियाना शनिगांव में शनिवार को हुए साप्ताहिक प्रवचन में प्रवचन वाचक प्रभु शून्य ने कहा कि कठिन समय में ही इंसान की सच्ची श्रद्धा और भक्ति की परीक्षा होती है। जैसे संकट में सच्चे मित्र की पहचान होती है, वैसे ही ईश्वर भी समय-समय पर हमारी आस्था की परख करते हैं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर देखा जाता है कि जब जीवन में समस्याएं आती हैं, तो लोग पूजा-पाठ और भगवान में विश्वास कम कर देते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम ईश्वर से हमेशा प्रत्यक्ष कृपा की अपेक्षा करते हैं। जब वह तुरंत दिखाई नहीं देती, तो आस्था डगमगाने लगती है। प्रभु शून्य ने कहा कि हर परिस्थिति हमारे कर्मों का फल होती है, और अगर कठिन समय में भी हमारी श्रद्धा अडिग रहे, तो वही सच्ची भक्ति कहलाती है। उन्होंने आग्रह किया कि ऐसे समय में पूजा-पाठ और विश्वास न छोड़ें। प्रवचन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
जब समय बिगड़े तो भरोसा भगवान पर रखें
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