जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के अखाल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चल रहे एनकाउंटर में एक और आतंकवादी मारा गया है. बता दें कि बीते 10 दिनों से सुरक्षाबलों का यह ऑपरेशन चल रहा है और अभी भी कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना है. यह कश्मीर घाटी के सबसे लंबे आतंक विरोधी अभियानों में से एक बन चुका है. ऑपरेशन 1 अगस्त को शुरू हुआ था, जब सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिली थी.
अब तक, सुरक्षाबलों ने कई आतंकियों को मार गिराया है, लेकिन घने जंगल और प्राकृतिक गुफाओं जैसे ठिकानों का फायदा उठाकर कम से कम तीन या उससे अधिक आतंकी अभी भी छिपे हुए हैं. रातभर गोलीबारी और धमाकों की आवाजें इलाके में गूंजती रहीं.
वीरों का बलिदानइस मुठभेड़ में भारतीय सेना के दो जवान लेफ्टिनेंट कर्नल प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह शहीद हो गए हैं. भारतीय सेना की चिनार कोर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि चिनार कोर राष्ट्र के लिए कर्तव्य निभाते हुए वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है. उनका साहस और समर्पण हमें सदैव प्रेरित करेगा. इसके अलावा आतंकियों की तरफ से की गई फायरिंग में दो अन्य जवान घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है.
हाई-टेक निगरानी और विशेष बलों की मददऑपरेशन की निगरानी जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात और सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा कर रहे हैं. आतंकियों को ढूंढने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि पैरा कमांडो भी सक्रिय रूप से इस अभियान में शामिल हैं. सर्च ऑपरेशन के शुरुआती चरण में ही आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिससे मुठभेड़ लंबी खिंच गई.
रणनीतिक चुनौतियांअखाल क्षेत्र का घना जंगल और प्राकृतिक गुफाएं आतंकियों को छिपने और मूवमेंट बदलने का पर्याप्त अवसर देती हैं. यही वजह है कि ऑपरेशन कई दिनों से चल रहा है. सुरक्षाबलों ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया है ताकि आतंकियों के भागने की संभावना न रहे.
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जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में एक और दहशतगर्द ढेर, 10 दिनों से चल रहा है सुरक्षाबलों का ऑपरेशन
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