Omar Abdullah News: जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार (24 जून) को कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल होने के बाद विधानसभा को भंग कर नए चुनाव कराने पड़ते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है.
उमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग में पत्रकारों से कहा, “मैंने अखबार में पढ़ा है कि राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा, लेकिन विधानसभा चुनाव नए सिरे से कराने होंगे. उन्हें ऐसा करने दीजिए, उन्हें किसने रोका है.” पिछले साल अक्टूबर में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य का दर्जा जम्मू-कश्मीर के लोगों का अधिकार है.
‘सरकार नहीं बनेगी बाधा’सीएम ने आगे कहा, “मुझे पता है कि यह कहानी कहां से आई है. मुझे पता है कि यहां अखबार में यह कहानी किसने छापी है. यह सिर्फ विधायकों को डराने के लिए छापी गई है. यह राज्य का दर्जा किसी विधायक या सरकार के लिए नहीं है. यह राज्य का दर्जा जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए है और हम विधायक इसमें बाधा नहीं बनेंगे.”
‘हमें डराने की कोशिश मत करो’उन्होंने कहा, “अगर विधायकों को राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए विधानसभा भंग करने की धमकी दी जा रही है, तो वे ऐसा करें. जिस दिन राज्य फिर से स्थापित हो जाएगा, उसके अगले दिन हम राज्यपाल के पास जाएंगे और विधानसभा को भंग करने की सिफारिश करेंगे. हमें डराने की कोशिश मत करो. राज्य का दर्जा हमारा अधिकार है और इसे हमें वापस दे दो. अखबारों में खबरें छापना बंद करो, यह काम नहीं करेगा.”
जम्मू कश्मीर: ‘हमें डराने की कोशिश मत करो…’, CM उमर अब्दुल्ला ने क्यों कही ये बात?
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