शिमला में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सरकार जब भी बात करती है तो फिर हवा–हवाई बात करती है.
उन्होंने कहा कि सदन से लेकर सड़क और अखबारों में हर दिन हिमाचल प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधा विश्वस्तरीय बनाने का दावा मुख्यमंत्री और उनकी पूरी टोली करती है, लेकिन आए दिन सरकार की नाकामी की वजह से प्रदेश के लोगों को अस्पतालों में कष्ट उठाना पड़ता है.
पूर्व सीएम ने आगे कहा कि कई बार लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है. सरकार हर बार इधर-उधर की बात करके अपना पल्ला झाड़ लेती है और फिर से विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं का राग अलापती है. सबसे हैरानी की बात यह है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत उनकी सरकार यह स्वीकार ही नहीं करती है कि व्यवस्था में कुछ खामी है और उसमें सुधार की गुंजाइश है.
‘सरकार को गंभीरता और ईमानदारी से प्रयास करने होंगे’
जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान सुक्खू सरकार सुख की सरकार, व्यवस्था परिवर्तन और विश्व स्तरीय सुविधा नाम के तीन झूठ के सहारे समय काट रही है. सरकार का ढाई साल इन्हीं झूठों के सहारे कट गया लेकिन आगे का समय बहुत मुश्किल है. इस तरीके से लोगों के जीवन को खतरे में छोड़कर झूठ के सहारे सरकार चलाने का हथकंडा बंद करना होगा और लोगों के जीवन की बेहतरी, सुख–सुविधा के लिए सरकार को गंभीरता और ईमानदारी से प्रयास करने होंगे.
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था ‘क्रिटिकल लेवल’ पर पहुंच गई है. इसके बारे में हमने सरकार को बार-बार आगाह किया, चेतावनी दी, सुधार करने का आग्रह किया लेकिन किसी के कानों में जूं तक नहीं रेंगी. इसका सिर्फ एक कारण है कि सरकार को लगता है वह झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करके विपक्ष पर झूठे आरोप लगाकर अपना समय निकाल लेगी. अभी भी वक्त है सरकार अपने झूठ के बजाय सच का सामना करे, लोगों की समस्याओं को सुने, समझे और उनका निराकरण करे.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश इस समय आपदा से गुजर रहा है. लोग प्रकृति की मार झेल रहे हैं. ऐसे वक्त में सरकार आपदा ग्रस्त लोगों का ख्याल रखती है, उनकी मदद करती है. लेकिन वर्तमान में सरकार आपदा ग्रस्त लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने के बजाय अपने मन, वाणी और कर्म से किसी न किसी तरह दुःख दे रही है.
केंद्रीय वित्त मंत्री से मिले नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के सभी सांसदों एवं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और आपदा प्रभावित क्षेत्रों के विधायकों के साथ आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात कर हिमाचल प्रदेश को आपदा से हुए नुकसान से अवगत कराया और आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास के लिए के लिए अधिक से अधिक वित्तीय सहयोग का आग्रह किया.
जयराम ठाकुर द्वारा सौंपे गए दस्तावेज में आपदा के दौरान हिमाचल प्रदेश में नष्ट हुई निजी एवं सरकारी संपत्तियों के नुकसान का ब्यौरा था. जयराम ठाकुर ने बताया कि आपदा की वजह से जिला मंडी का सराज, नाचन, करसोग और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र तथा चंबा के कई क्षेत्र बुरी तरीके से प्रभावित हुए हैं. इसमें 1200 करोड़ रुपये से अधिक की धन हानि और लगभग 50 से ज्यादा जनहानि हुई है. 42 लोग तो 30 जून की आपदा में ही काल कवलित हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश की हर संभव मदद करने का दिलाया है भरोसा
आपदा में 700 से ज्यादा घर आपदा की वजह से पूर्णतया नष्ट हो गए हैं. 1000 से ज्यादा घर आंशिक रूप से नष्ट हुए हैं लेकिन वह रहने लायक नहीं है. 1000 से ज्यादा पशु शाला और 1000 से ज्यादा पशुधन भी आपदा की से नष्ट हुए हैं. इसके साथ ही लोगों के खेती- बागवानी की जमीन, फसलें आदि नष्ट हुई हैं. जिससे उनके आजीविका का सहारा भी छीन गया है. इसलिए आपदा प्रभावित लोगों के भारी सहयोग की आवश्यकता है. वित्त मंत्री ने हिमाचल प्रदेश की हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है.
गौरतलब है कि जयराम ठाकुर बीते कल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, उक्त जनप्रतिनिधियों और प्रदेश अध्यक्ष के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एवं जल संसाधन मंत्री सीआर पाटील से भी मुलाकात करके हिमाचल के लिए ज्यादा से ज्यादा सहयोग करने का निवेदन कर चुके हैं.
जयराम ठाकुर का सुक्खू सरकार पर निशाना, कहा- ‘हिमाचल में स्वास्थ्य व्यवस्था क्रिटिकल’
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