जस्टिस यशवंत वर्मा पर महाभियोग लाने को लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है. सूत्रों की मानें तो मंगलवार (3 जून, 2025) की शाम को पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक हुई.
बीजेपी के शीर्ष नेताओं के बीच हुई मुलाकात के बाद गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ मुलाकात की. माना जा रहा है कि केंद्र सरकार आगामी मानसून सत्र के दौरान जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी में है.
राज्यसभा में विपक्ष को साथ लाने की कवायद
सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार के बड़े मंत्री इस विषय पर विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं से चर्चा कर रहे हैं. सरकार जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ पहले राज्यसभा में महाभियोग ला सकती है. इस दौरान राज्यसभा में विपक्षी नेताओं को भी साथ लाने की कवायद चल रही है. दरअसल, राज्यसभा में महाभियोग पेश करने के लिए 50 सांसदों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है.
CJI ने केंद्र सरकार को भेजी मामले की जांच रिपोर्ट
ऐसे में मोदी सरकार विपक्ष की सभी पार्टियों के सांसदों को साथ रखना चाहती है और इसी संदर्भ को ध्यान में रखते हुए कई मंत्री विपक्ष के नेताओं से बात कर रहे हैं. इससे पहले चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने इस मामले की जांच रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी थी.
सूत्रों के मुताबिक चीफ जस्टिस ने जो जांच रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी है उसमें भी जस्टिस वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है. इसी वजह से मंगलवार का हुआ ये सारा घटनाक्रम इस केस के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
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