फतेहाबाद जिले के जाखल ब्लॉक समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी आखिरकार चली गई है। पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के समर्थक ये दोनों पदाधिकारी अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए हैं। ब्लॉक समिति सदस्यों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव मंगलवार को सिरे चढ़ गया दरअसल, जाखल ब्लॉक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर एडीसी अनुराग ढालिया की अध्यक्षता में फतेहाबाद के लघु सचिवालय में बैठक हुई। जिसमे ब्लॉक समिति के 10 सदस्यों में से 7 सदस्यों ने पहुंच कर अपनी सहमति दर्ज करवाकर अविश्वास प्रस्ताव पास कर दिया है। इसी के साथ ब्लॉक समिति के अध्यक्ष जगतार सिंह व उपाध्यक्ष मीनू रानी को पद मुक्त कर दिया गया। प्रदेश में भाजपा सरकार फिर भी गई कुर्सी
इस समय केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है। पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली भी भाजपा के सदस्य हैं। उन्होंने अक्टूबर 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा से चुनाव भी लड़ा। मगर हार गए थे। अब उन्हें एक और झटका लगा है। अब बराला गुट होगा हावी
दिलचस्प बात यह है कि ब्लॉक समिति के सदस्यों में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के समर्थक भी हैं। देवेंद्र बबली और सुभाष बराला के बीच खींचतान जगजाहिर है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इसे लेकर सुभाष बराला के नजदीकी सदस्य को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनाया जाना है।
जाखल ब्लॉक समिति में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की कुर्सी गई:पूर्व मंत्री बबली समर्थक थे; अविश्वास प्रस्ताव में 10 में से 7 सदस्य विरोध में रहे
4