जामताड़ा में बैठ कर ऐसे हो रही साइबर ठगी, दिल्ली पुलिस ने किया सिंडिकेट का भंडाफोड़

by Carbonmedia
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Delhi Crime News: दिल्ली के पश्चिमी जिला की साइबर सेल पुलिस ने साइबर ठगी के एक ऐसे सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जो भोलेभाले लोगों को उनकी बैंकिंग सेवाओं में सहायता करने के नाम पर उनसे ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने साइबर ठगी के इस सिंडिकेट के एक मास्टरमाइंड को दबोचने में भी कमायाबी पाई है जिसके तार झारखंड के कुख्यात जामताड़ा से जुड़े हुए हैं.


डीसीपी विचित्र वीर के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार मास्टरमाइंड की पहचान, सनाउल मियां (48) के तौर पर हुई है. यह झारखंड के देवघर जिले का रहने वाला है. इसके कब्जे से दो स्मार्टफोन बरामद किए गए, जिनमें बैंकिंग डिटेल्स, फर्जी चैट्स, रिकॉर्डिंग, और स्क्रीनशॉट्स मौजूद थे, बरामद किये गए है.


बैंक खातों को लिंक करने के नाम पर 15 लाख की ठगी
डीसीपी ने बताया कि, 17 मई को,पश्चिमी जिला के साइबर थाने में 15 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी के संबंध में दो शिकायतें प्राप्त हुईं. जिसमें कहा गया कि, एक अज्ञात व्यक्ति ने आईपीपीबी के असिस्टेंट बैंक मैनेजर के रूप में खुद को प्रस्तुत कर शिकायतकर्ता के खातों को लिंक करने का वादा किया.


खुद को आकाश वर्मा बताने वाले आरोपी ने वाट्सएप कॉल कर शिकायतकर्ता का विश्वास जीता और फिर एक मैलिशियस .APK ऐप भेजकर उन्हें मोबाइल स्क्रीन शेयर करने का निर्देश दिया और फिर धोखे से उनके बैंक खाते से 15 लाख रुपये निकाल लिए.


इस मामले में शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर बीएनएस की उपयुक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. इसके लिए एसीपी ऑपरेशन की देखरेख और एसएचओ विकास कुमार बुलडक के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था, जिसमें एसआई अमित मलिक, हेड कॉन्स्टेबल सुनील और कॉन्स्टेबल सुरेन्दर शामिल थे.


जामताड़ा से जुड़े ठगी के तार
जांच में जुटी टीम तकनीकी निगरानी और पैसों के डिजिटल ट्रेल की मदद से टीम झारखंड के जामताड़ा तक पहुंची और वहां से आरोपी सनाउल मियां को दबोच लिया. उसके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त दो स्मार्ट फोन, जिसमें वारदात से संबंधित सभी साक्ष्य हैं, बरामद किए गए जिसे जब्त कर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.


पूछताछ में आरोपी ने एक अन्य आरोपी वसीम के बारे में खुलासा किया. उसने बताया कि वह टेलीग्राम के जरिये बैंक खातों की व्यवस्था करता था, जिसमें वसीम ठगी के पैसों की लेनदेन करता था.


सनाउल बाहरी उत्तरी जिले के साइबर थाने में दर्ज एक मामले में भी शामिल रहा है. इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट कर ठगी की रकम की बरामदगी के साथ वसीम एवं इसके अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है.


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