पंजाब के जालंधर में नकोदर के लोहियां रेलवे फाटक पर एक गंभीर हादसा उस समय टल गया, जब खुला फाटक होने के बावजूद रेलगाड़ी अचानक आ गई। ड्राइवर की त्वरित सूझबूझ से आपातकालीन ब्रेक लगाकर गाड़ी फाटक से पहले रोक ली गई, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। जांच करने पर पता चला कि गेटमैन उस समय केबिन में गहरी नींद में था। ड्राइवर और गार्ड ने उसे जगाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं उठा। मजबूरन उन्होंने खुद फाटक बंद किया। इस प्रक्रिया में कई दोपहिया वाहन फाटक के अंदर फंस गए। इसके बाद ड्राइवर और गार्ड ने गाड़ी को लोहियां रेलवे स्टेशन की ओर रवाना किया। लोग बोले- इससे पहले भी नशे में पाया गया था गेटमैन बता दें किं यह गेटमैन पहले भी अपनी ड्यूटी पर लापरवाही का दोषी पाया गया था। पिछले साल 26 मई को शराब के नशे में उसने फाटक घंटों बंद रखा, जिससे लोगों को कड़ी धूप में परेशानी हुई थी। तब उसे फ़िरोज़पुर स्थानांतरित कर दिया गया था। लेकिन अब उसे फिर से उसी फाटक पर तैनात किया गया। इस मामले में रेलवे प्रशासन की कार्रवाई की जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन यह घटना रेलवे प्रशासन की लापरवाही और गेटमैन की गैर-जिम्मेदाराना कार्यशैली को उजागर करती है। यह घटना एक बड़े हादसे को टालने के लिए ड्राइवर और गार्ड की त्वरित सूझबूझ को भी दर्शाती है।
जालंधर में खुले फाटक दौरान आ गई ट्रेन:रेल ड्राइवर ने लगाई ब्रेक तो बड़ा हादसा टला; कैबिन में सो रहा था गेटमैन
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