MP Politics: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंगलवार को अशोक नगर में एक सभा को संबोधित करते हुए एक शेर पढ़ा और वाहवाही लूटी. दरअसल यह शेर उन्होंने केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसते हुए पढ़ा. उन्होंने कहा कि सिंधिया ने यह शायरी घमंड से की थी.
जीतू पटवारी ने कहा, ”वसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है और जिंदा हैं तो जिंदा रहना जरूरी है, जिंदा हैं तो जिंदा नजर आना जरूरी है”.
जीतू पटवारी ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घमंड से ये शायरी की थी. उन्होंने बयान दिया था कि कितना घृणित काम किया है जीतू पटवारी ने. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष ने विघटन पैदा करने का काम किया. जीतू पटवारी ने तंज कसते हुए कहा कि आप यहां से सांसद हैं. यहां की जनता के सेवक हैं. एक लोधी समाज का बेटा दर बदर घूमता रहा. कलेक्टर के पास, एसपी के पास गुहार लगाता रहा था. किसी से उसकी एक नहीं सुनी. मैंने उससे पूछकर उसका वीडियो वायरल किया. मैंने बालिग बच्चे से पूछकर वीडियो डाला था.
इस दौरान उन्होंने उमाभारती और प्रह्लाद पटेल को भी निशाने पर लिया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पटवारी ने कहा कि एक व्यक्ति जिसे मानव मल खिलाया गया था, उसने कई जगह शिकायत की मगर प्रशासन और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. मजबूरन वह व्यक्ति मुलाकात करने अशोकनगर से ओरछा पहुंचा और उसने हकीकत बयान की.
उमा भारती और प्रह्लाद पटेल पर साधा निशाना
जीतू पटवारी ने कहा कि राजनीतिक जरूरत के लिए समाज की सियासत करना उमा भारती, प्रहलाद पटेल की पहचान है. लेकिन, ये तब चुप क्यों रहते हैं, जब इनके समाज बंधु संकट में रहते हैं.
संविधान ने नौकरशाही को अधिकार दिया, लेकिन वही संविधान आपको मर्यादा में रहने का निर्देश भी देता है. सर्विस रूल बुक भी कहती है “राजनीतिक आदेश नहीं, कानून का पालन करें!”
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‘जिंदा हैं तो जिंदा नजर आना जरूरी है फिर क्यों…’, जीतू पटवारी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर किया तंज
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