हिसार में पूर्व इनेलो नेता एवं हिसार संघर्ष समिति के प्रधान जितेंद्र श्योराण के रिमांड पूरा होने के बाद कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत भेज दिया है। रिमांड के दौरान आरोपी जितेंद्र श्योराण ने कई खुलासे किए हैं। श्योराण ने बताया कि उसने ब्लैकमेलिंग का एक पूरा नेटवर्क खड़ा हुआ था। वह मीडिया का गलत इस्तेमाल कर डराता धमकाता था और अवैध वसूली करता था। पुलिस की रडार पर इस मामले में कुछ पत्रकार भी हैं, जो इस गिरोह में शामिल हो सकते हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार शुरुआती जांच में इनकी भूमिका मिल रही है। पुलिस दोबारा भी इनको पूछताछ के लिए बुला सकती है। वहीं आज सोमवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में कुछ पत्रकारों ने बैठक की और पुलिस कार्रवाई पर रोष प्रकट किया। इस बैठक में फैसला लिया गया है कि मंगलवार को एक दल जाकर एसपी से मुलाकात करेगा। बता दें कि पुलिस ने हिसार के तमस बार से अवैध वसूली में हिसार संघर्ष समिति के प्रधान जितेंद्र श्योराण और उसकी साथी को 8 लाख रुपए कैश के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में पूरे गिरोह की संलिप्तता सामने आई थी जिसमें कुछ पत्रकार भी शामिल थे। पुलिस ने इनसे कई घंटों तक पूछताछ भी की थी। इसके बाद से ही पत्रकारों में रोष हैं और पुलिस कार्रवाई को वह गलत बता रहे हैं। जानिए पुलिस को दी शिकायत में बार मालिक ने क्या कहा…
तमस बार की 10 विभागों ने शिकायत की : तमस बार संचालक ने बताया कि मैं साहिल अग्रवाल PLA हिसार का रहने वाला हूं और पिछले 4 साल से तमस नाम से सेक्टर 9/11 हिसार में एक फैमिली रेस्टोरेंट चला रहा हूं। करीब 1 महीना पहले किसी नाम पता नामालूम व्यक्ति में मेरे विरुद्ध मेरे द्वारा मेरे रेस्टोरेंट में देह व्यापार करवाने, नशा का अवैध धंधा करने, अवैध तरीके से नक्शा पास करवाकर बिल्डिंग बनाने और अवैध पार्किंग बनाकर सरकारी जमीन पर कब्जा करने बारे एक फर्जी शिकायत लगभग 10 विभागों में पोस्ट के माध्यम से भेजी गई थी। जिस संबंध में मुझे अलग-अलग विभागों द्वारा जांच के लिए बुलाया गया और मेरे बयान अंकित किए गए। शिकायतकर्ता ने अपना पता क-ख-ग बताया : साहिल ने बताया कि इस दौरान मुझे मालूम हुआ कि शिकायत देने वाले में शिकायत में अपना पता क-ख-ग व A-B-C अंकित किया हुआ है और अपना नाम पता मोनू कुमार बताया हुआ है। इसके बाद पता किया गया तो मोनू नाम को कोई व्यक्ति नहीं मिला। इसके बाद पोस्ट पर दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो वह अमान्य पाया गया। ई-मेल भेजकर 50 लाख रुपए मांगे थे : इसके बाद 26 मई को मेरे रेस्टोरेंट की मेल पर एक मेल आई, जिसमें मेल भेजने वाले में लिखा है कि “अगर तू चाहता है कि तेरे तमस की कंप्लेंट वापस हो जाए तो 50 लाख रुपए तैयार रख, नहीं तो सारे अफसरों और पत्रकारों को कंप्लेंट वायरल करके सारे हिसार में बदनाम कर दूंगा। अपने और अपने परिवार की सलामती के लिए पुलिस से कोई संपर्क मत करना। चुपचाप मेरे अगले मैसेज का इंतजार कर नहीं तो तेरी बर्बादी का जिम्मेदार तू खुद होगा क-ख-ग, A-B-C। 2 को जितेंद्र श्योराण ने वीडियो बनाई : इसके बाद 31 मई को मेरे रेस्टोरेंट के नंबर पर जितेन्द्र श्योराण नाम के व्यक्ति का फोन आया, जो मेरे रेस्टोरेंट पर काम करनें वाले लड़के ने उठाया था, सामने वाले ने कहा कि मुझे पता है कि तुम्हारा यह रेस्टोरेंट व पार्किंग अवैध है या तो तुम इसे बंद कर दो नहीं तो तुम्हारे मालिक को बोलों कि वह मुझसे आकर मिले। 2 जून को जितेन्द्र श्योराण मेरे रेस्टोरेंट के बाहर आकर वीडियो बनाने लगा, जिस पर मेरे रेस्टोरेंट में काम करने वाले लड़के उसके पास पहुंचे तो उस व्यक्ति में उनको धमकाया और कहा कि तुम्हारी यह अवैध पार्किंग व रेस्टोरेंट बंद कर दो और मालिक के उसके पास भेजने की धमकी देकर चला गया। 4 जून को रेस्टोरेंट के बाहर आकर नारेबाजी की : इसके बाद 4 जून को जितेंद्र श्योराण दोबारा से कुछ व्यक्ति और महिलाओं को लेकर हमारे रेस्टोरेंट के बाहर आया और नारेबाजी की और हमारे स्टाफ को धमकाया कि तुम्हारे मालिक को बोलों कि वह दो दिन में मेरे से आकर मिल ले नहीं तो अंजाम बहुत बुरा होगा। इसके बाद जितेंद्र श्योराण ने मेरे रेस्टोरेंट व मुझे बदनाम करने के लिए अपने फेसबुक ID पर उपरोक्त घटनाओं की वीडियो डाल दी। पत्रकारों से साठगांठ कर बदनाम किया : 9 जून को जितेन्द्र श्योराण ने कई पत्रकारों से मिली भगत करके, मुझसे पैसों की उगाही करने की नीयत से मेरे तमस रेस्टोरेंट के बारे में झूठी व मनगढंत खबरें प्रसारित करवाई कि संपदा अधिकारी द्वारा तमस रेस्टोरेंट दौरा किया गया और मुझे रेस्टोरेंट बंद करने के लिए निर्देश दिया। बार मालिक ने बताया कि तब तक HSVP की तरफ से मुझे रेस्टोरेंट बंद करने के लिए ना तो कोई निर्देश मिले और ना ही लिखित में कोई नोटिस प्राप्त हुआ है। जो मीडिया में लिखा था कि RWA सेक्टर 9/11 का प्रधान बता रहा है, जिस बात पर भी मुझे संशय है। इसके अतिरिक्त यह चलवाया गया कि सेक्टरवासी भी वहां पर पहुंचे जो कि सरासर झूठ व गलत है। तमस संचालक ने कहा-जितेंद्र पर ही मेल भेजने का शक : पुलिस को दी शिकायत में तमस संचालक ने कहा कि मुझे शक है कि मेरे विरुद्ध गुमनाम शिकायतें और 50 लाख रुपए की मांग करने वाली मेल भी जितेंद्र श्योराण द्वारा भेजी गई है। जितेन्द्र श्योराण, पत्रकारों के साथ मिलकर सोची समझी रणनीति के तहत खबरें प्रसारित करवाकर मुझे बदनाम करने का डर दिखाकर ब्लैकमेल करके रुपए की उगाही करना चाहता है। मेरे पास राजवीर आया और मेरे को बोला की इस मामले में जितेन्द्र श्योराण से आपकी 20 लाख रुपए में सेटिंग करवा दूंगा और अब राजवीर उर्फ आरवी मेरे को बार-बार बुलाकर जितेन्द्र श्योराण से सेटिंग करवाने के नाम पर रुपए लेने का दबाव बना रहा है।
जितेंद्र श्योराण के गिरोह की कुंडली खंगाल रही पुलिस:शुरुआती जांच में मिलीभगत के सुराग मिले, पत्रकारों ने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ की मीटिंग
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