जींद के सफीदों में रविवार रात को दो बहनों पर फायरिंग के मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छह टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें जगह-जगह छापेमारी कर रही हैं। इधर दोनों बच्चियों का रोहतक पीजीआई में उपचार चल रहा है। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है लेकिन अभी छुट्टी नहीं मिल पाई है। पीजीआई से छुट्टी मिलने पर घर आने के बाद पुलिस दोनों बहनों के बयान दर्ज करेगी। गौरतलब है कि रविवार रात को सफीदों की आदर्श कॉलोनी निवासी नूरहसन का परिवार घर में सो रहा था। एक बजे के करीब बाइक सवार हमलावरों ने गेट के अंदर हाथ डालकर फायरिंग कर दी। इसमें घर में सो रही नूरहसन की पोतियां और नौसाद की बेटी 13 वर्षीय तरन्नुम को छाती में और जसमीन को हाथ में गोली लगी। पास ही सो रही नौसाद की भांजी को भी छर्रे लगे। बच्चियों के पिता से हुआ था आरोपियों का झगड़ा परिवार के लोगों ने घायल बच्चियों को पहले सफीदों अस्पताल ले जाया गया। यहां से उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। नूरहसन के अनुसार उसके बेटे नौसाद के साथ सिंघाना के रहने वाले सोनू आबजा, मिता, राहुल व अजय और आदर्श कॉलोनी के निवासी बीरू व सतीश उर्फ मोनू के साथ झगड़ा हुआ था। इसमें आरोपियों ने नौशाद के हाथ-पैर तोड़ दिए थे। इस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज करवाया था। शिकायत देने के बाद से आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे थे। सोनू के इशारे पर ही उनके परिवार पर हमला किया गया है। आरोपियों ने केस वापस लेने की धमकी दी है। साथ ही 3 लाख रुपए भी मांगे हैं। पुलिस ने सोनू, मित्ता, राहुल, अजय, बीरु व सतीश उर्फ मोनू के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस की ये टीमें कर रही छापेमारी इसकी जांच के लिए सीआईए जींद, डिटेक्टिव स्टाफ, सीआईए सफीदों के साथ सफीदों शहर थाना की तीन टीम भी आरोपियों को तलाश रही हैं। सफीदों शहर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तलाश की जा रही है। अभी तक पुलिस को सफलता नहीं मिली है।
जींद में दो बहनों पर फायरिंग का मामला:पुलिस की छह टीमें गठित, पीजीआई में चल रहा बच्चियों का इलाज, हालत में सुधार
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