हरियाणा के जींद में धान की फसल में आया बौनापन (साउथर्न राइस ब्लैक-स्ट्रीकेड दवार्फ वायरस) का रोग किसानों के लिए चिंता बढ़ा रहा है। जिले में 100 एकड़ के करीब धान की फसल में यह बीमारी मिल चुकी है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन राइस रिसर्च स्टेशन कौल (कैथल) की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सैंपल लिए हैं। एक्सपर्ट टीम जांच के बाद इसकी रिपोर्ट देगी। उचाना व नरवाना क्षेत्र में इस बीमारी के प्रकोप के मामले सामने आए हैं। नरवाना में खड़ी फसल को करना पड़ा था नष्ट किसान शुरुआत में इसे मौसम व सामान्य बदलाव का प्रभाव मान रहे थे। लेकिन जब समस्या बढ़ने लगी, तो किसानों की चिंता बढ़ गई। पिछले दिनों नरवाना क्षेत्र में कुछ किसानों ने धान की फसल में बढ़ोतरी नहीं होने पर खड़ी फसल में ट्रैक्टर चलाकर इसको नष्ट कर दिया गया था। जिला कृषि उप निदेशक डा. गिरिश नागपाल के पास मामला पहुंचा तो उन्होंने धान अनुसंधान केंद्र कौल को सूचित किया गया। जिसके बाद वहां से टीम ने प्रभावित किसानों के खेत में पहुंची। विशेष रूप से उन पौधों की जांच की गई। जिनकी वृद्धि पूरी तरह से रुक गई है या वह अन्य पौधों की तुलना में अत्यधिक छोटे रह गए हैं। टीम ने कई प्रभावित खेतों से बौने पौधों के सैंपल एकत्रित किए। पहले जीटी बेल्ट में आई थी ये बीमारी
जिला कृषि उप निदेशक डा. गिरिश नागपाल ने बताया कि वर्ष 2022 में जीटी बेल्ट क्षेत्र कुरुक्षेत्र अंबाला, पंचकूला व अन्य जिलों में ये बीमारी आई थी। कैथल व जींद जिले में इस बार ये बीमारी आई है। धान अनुसंधान केंद्र कौल की टीम सैंपल लेकर गई है। जो जांच के बाद रिपोर्ट देगी। इस वायरल की रोकथाम कैसे हो, इसको लेकर रिसर्च के बाद विशेषज्ञ जो सिफारिश करेंगे, उसके बारे में किसानों को बताया जाएगा।
जींद में धान में आया बौनापन रोग, किसान चिंतित:राइस रिसर्च स्टेशन कौल की टीम ने लिए सैंपल, 100 एकड़ में मिल चुकी बीमारी
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