हरियाणा के जींद में एक किसान के साथ वर्मीकंपोस्ट खाद बनाने, केंचुआ पालन के नाम पर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर डाली और कंपनी बीच में ही फरार हो गई। इससे किसान को 10 लाख का नुकसान हुआ और एक एकड़ जमीन खराब हो गई। सदर थाना पुलिस ने कंपनी और उसके पार्टनर के खिलाफ केस दर्ज किया है। जींद सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में कंडेला गांव निवासी राममेहर ने बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। यमुनानगर के जगाधरी में सेक्टर 17 स्थित एग्रो नेचर फार्मिंग कंपनी वर्मीकंपोस्ट बनाने के लिए केंचुआ फॉर्म बनाकर केंचुआ पालन का काम करती है। यह फर्म केंचुए पालन के लिए 10 हजार रुपए प्रति बेड की दर से गोबर, केंचुआ, पॉलीथिन सहित बेड तैयार करती है। इसे कम से कम दो साल की अवधि के लिए तेयार किया जाता है। राममेहर ने बताया कि उसका इस कंपनी के साथ दो साल का इकरारनामा हुआ है। इसके तहत उसने कंपनी तथा इसके पार्टनर करनाल जिले के बाजीदा गांव निवासी जोगेंद्र राज को 10 लाख रुपए शुरुआत में दिए थे। इनमें 7 लाख 90 हजार रुपए चेक के जरिए और 2 लाख 20 हजार रुपए की पेमेंट नकद की थी। इस कारोबार को चलाने के लिए उनके खर्चे भी हुए हैं। इस काम के बदले में आरोपी जोगेंद्र राज ने 10 लाख रुपए का चेक दिया हुआ था। यह कंपनी केंचुआ पालन के करारनामा के तहत दो साल से पहले ही काम छोड़कर फरार हो गई। इसमें राममेहर की एक एकड़ जमीन खराब हो गई और 10 लाख रुपए का नुकसान हो गया। जब उसने आरोपी जोगेंद्र का दिया चेक लगाया तो यह भी बाउंस हो गया। तब उसे एहसास हुआ को साजिश के तहत उसके साथ धोखाधड़ी हुई है।
जींद में वर्मीकम्पोस्ट खाद केंचुआ पालन के नाम पर धोखाधड़ी:करनाल और यमुनानगर की फर्म ने 10 लाख रुपए हड़पे, काम बीच में छोड़ फरार
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