हरियाणा के जींद के संदीप की अमेरिका में झील में डूबने से चार अगस्त को मौत हो गई थी। करीब 12 दिन बाद शनिवार को संदीप का शव गांव में पहुंचा। सुबह 9 बजे के करीब मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में पूरा गांव उमड़ा हुआ था। मृतक के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था। मृतक के शव को वापस लाने में 15 लाख रुपए के करीब खर्च हुआ। गौरतलब है कि जींद जिले के उचाना क्षेत्र के घोघड़ियां गांव का 37 वर्षीय संदीप बूरा तीन साल पहले 60 लाख रुपए खर्च कर डोंकी रास्ते अमेरिका गया था। पांच से छह महीने तक संदीप पनामा के जंगलों में रहा। इस दौरान भूखा-प्यासा रहा। काफी संघर्ष के बाद संदीप मेक्सिको की दीवार कूदने के बाद अमेरिका की तरफ गया और आर्मी के कैंप में रहा। 4 अगस्त को हुई थी अमेरिका में मौत वहां से बाहर निकल कर फाइल लगवाई। एक साल तक संदीप को अंडरग्राउंड रहना पड़ा। फाइल की प्रोसेसिंग के बाद संदीप ने काम शुरू किया और ट्रक ड्राइवरी के लिए ट्रेनिंग लेने लगा।संदीप के छोटे भाई प्रदीप ने बताया कि संदीप बूरा फिलहाल फ्रेसनो शहर में रह रहा था। 4 अगस्त की शाम संदीप अपने दोस्तों के साथ किंग रीवर झील में नहाने गया था। झील में नहाते समय संदीप लहरों के बीच फंस गया और डूब गया। संदीप की मौत के बाद उसके शव को इंडिया लाने की प्रक्रिया शुरू की गई। 12वें दिन जाकर संदीप के शव को गांव की मिट्टी नसीब हो पाई है। परिजनों के अनुसार मृतक के शव को वापस लाने पर 15 लाख रुपए के करीब खर्च आया है। मृतक संदीप के अंतिम संस्कार में पूरा गांव उमड़ पड़ा। संदीप अपने पीछे दो बेटे, पत्नी को छोड़ गया।
जींद में 12 दिन बाद गांव पहुंचा मृतक का शव:4 अगस्त को अमेरिका में झील में डूबने से हुई थी मौत, गांव में अंतिम संस्कार
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