हरियाणा के जींद में लगातार बारिश और इसके बाद हुए जलभराव के कारण खराब हुई फसलों का सर्वे शुरू हो चुका है। 25 सितंबर तक सर्वे पूरा कर पोर्टल पर अपलोड करने के आदेश दिए गए हैं। 300 पटवारी फील्ड में सर्वे के लिए उतर गए हैं। जिले के 289 गांवों के 21893 किसानों ने करीब 1.39 लाख एकड़ में नुकसान की शिकायत क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज करवाई है। सबसे ज्यादा नरवाना के 59 गांवों के 8522 किसानों ने 53764 एकड़ में फसल खराबे की पोर्टल पर शिकायत दी है। वहीं उचाना के 47 गांव के 6771 किसानों ने 41241 एकड़ में फसल नुकसान की शिकायत दी है। डीसी ने तहसीलदारों को दिए निर्देश डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने राजस्व विभाग को फील्ड में जाकर सर्वे करके 25 सितंबर तक पोर्टल पर रिपोर्ट अपडेट करने के आदेश दिए हैं। डीसी ने तहसीलदारों को निर्देश देते हुए कहा कि ई- क्षतिपूर्ति पोर्टल पर किसानों, मजदूरों और गरीब वर्ग द्वारा दर्ज करवाई गई नुकसान व खराबे की शिकायतों की 25 सितंबर से पहले गिरदावरी के माध्यम से फील्ड वेरिफिकेशन करवाया जाए। 300 से ज्यादा पटवारी उतरे फील्ड में इस कार्य में पटवारियों की भूमिका अहम है। पटवारी मौके पर जाकर जानकारी एकत्रित करें और रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड करें। राजस्व विभाग के 100 से ज्यादा पटवारी और करीब 200 ट्रेनी पटवारी सर्वे में लगाए गए हैं। पटवारी पोर्टल पर शिकायत करवाने वाले किसान के खेत में जाकर फसल का फोटो खीचेंगा। फसल में कितने प्रतिशत नुकसान है, उसकी सर्वे रिपोर्ट फोटो सहित पोर्टल पर अपलोड करेगा। बदला मौसम, जिले में हो सकती बूंदाबांदी
जिले में पिछले दिनों हुई लगातार वर्षा के बाद करीब एक सप्ताह पश्चिमी हवा चली। जिससे खेतों में भरे पानी का स्तर घटा है। हालांकि बुधवार को मौसम में बदलाव हुआ है। मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि 19 सितंबर तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। जिले में कहीं- कहीं बूंदाबांदी होने की संभावना है।
जींद में 25 तक करना होगा फसल नुकसान सर्वे:289 गांवों के 21893 किसानों ने किया 1.39 लाख एकड़ फसल खराब होने का दावा
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