जींद जिले के जुलाना खंड के देवरड़ गांव में मनरेगा योजना के तहत तालाब की खुदाई के दौरान मानव कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। मजदूरों को खुदाई के दौरान पहले कुछ मटके दिखाई दिए। गहराई में और खुदाई करने पर लगभग 10 मानव कंकाल बरामद हुए। मिट्टी कटने से बढ़ा तालाब का क्षेत्र ग्रामीणों के अनुसार पहले इस स्थान पर छोटा तालाब था और बाकी जगह थेह (ऊंची जमीन) थी। समय के साथ मिट्टी कटने से तालाब का क्षेत्र बढ़ता गया। थेह वाले हिस्से में ग्रामीण मृत पशुओं को दफनाते थे। आजादी के समय यह स्थान कब्रिस्तान के रूप में प्रयोग किया जाता था, जहां मृतकों को दफनाया जाता था। प्रशासन ने तत्काल खुदाई कार्य रोका कंकाल मिलने की सूचना पर प्रशासन ने तत्काल खुदाई कार्य रोक दिया। जुलाना के बीडीपीओ प्रतीक जांगड़ा ने मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी है। उच्चाधिकारियों के आदेश मिलने के बाद ही खुदाई कार्य दोबारा शुरू किया जाएगा। बीडीपीओ ने किया तालाब का दौरा गांव देवरड़ में तालाब की खुदाई के दौरान मिले कंकाल के मामले की जांच के लिए जुलाना के बीडीपीओ प्रतीक जांगड़ा मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब की जगह थोड़े क्षेत्र में तालाब था, बाकी जगह पर थेह होती थी। समय के साथ तालाब की मिट्टी कटती गई औैर तालाब का क्षेत्र बढ़ गया। तालाब के साथ थेह में ग्रामीण मृत पशुओं को दबा देते थे। आजादी के समय तालाब की जगह कब्रिस्तान होता था। जहां पर मुर्दा लोगों को दफनाया जाता था। यह था मामला देवरड़ में मनरेगा के तहत गांव के तालाब की खुदाई का कार्य चल रहा था। मजदूरों को खुदाई के दौरान अचानक कुछ मटके दिखाई दिए। जब उन्हें और गहराई में खोदा गया, तो वहां मानव कंकाल भी बरामद हुए। तालाब में लगभग 10 कंकाल अब तक मिल चुके हैं। कंकाल मिलने पर प्रशासन ने खुदाई का काम बंद करवा दिया था। उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्ट जुलाना बीडीपीओ प्रतीक जांगड़ा ने कहा कि देवरड़ गांव में मनरेगा स्कीम के तहत तालाब की खुदाई की जा रही थी। तालाब में खुदाई के दौरान कंकाल मिले हैं, तो काम को रोक दिया गया है। मौके पर जाकर मुआयना किया गया है, रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। जैसे ही आदेश होंगे खोदाई का काम दोबारा शुरू किया जाएगा।
जुलाना में तालाब खुदाई के दौरान मिले कंकाल:10 मानव अवशेष मिलने के बाद काम रुका, बीडीपीओ ने की जांच
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