पलवल के जिला कारागार में धोखाधड़ी के आरोप में बंद एक व्यापारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। पुलिस ने एक दिन की रिमांड के बाद 15 जून को उसे न्यायिक हिरासत में भेजा था। तबीयत खराब होने पर जेल के डॉक्टर्स इसका इलाज कर रहे थे। हालत गंभीर होने पर नल्हड़ मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार होडल की रोहता पट्टी के रहने वाले टाइल व्यापारी डिगंबर को 13 जून को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। खाइका गांव के विकास कार्यों से जुड़े एक मामले में तत्कालीन सरपंच के खिलाफ बहीन थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज था। परिजनों का आरोप है कि डिगंबर का इस मामले से कोई संबंध नहीं था। गले में इन्फेक्शन की शिकायत करीब पांच दिन पहले डिगंबर की तबीयत बिगड़ गई। उनके गले में इन्फेक्शन की शिकायत थी। परिजनों ने जेल अधिकारियों से उचित इलाज की मांग की। अधिकारियों ने कहा कि जेल में मौजूद सरकारी डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। समय पर इलाज न कराने का आरोप शुक्रवार सुबह स्थिति गंभीर होने पर डिगंबर को नल्हड़ मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस पर गलत तरीके से गिरफ्तारी और समय पर इलाज न कराने का आरोप लगाया है। उन्होंने लघु सचिवालय स्थित एसपी कार्यालय के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। बाद में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर परिजनों ने शव को कुसलीपुर गांव स्थित लघु सचिवालय में स्थित एसपी कार्यालय के बाहर रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने जिम्मेदार पुलिस व जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंच कर एसपी वरुण सिंगला ने प्रदर्शन कर रहे परिजनों को न्यायिक जांच कराने की बात कही, जिसपर परिजन मान गए और शव को लेकर होडल चले गए।
जेल में बंद व्यापारी की मौत:गले में इन्फेक्शन की शिकायत, परिजनों ने SP ऑफिस के बाहर शव रखकर किया प्रदर्शन
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