ज्योति मल्होत्रा के फोन और लैपटॉप से हुआ सबसे बड़ा खुलासा! 12 TB डेटा जांच रही पुलिस

by Carbonmedia
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Jyoti Malhotra News: जासूसी की आरोपी ज्योति मल्होत्रा के मामले में अब तक सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. हिसार पुलिस ज्योति मल्होत्रा के फोन और लेपटॉप की फॉरेंसिक डेटा रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट में मिले 12 टीबी डेटा को अब हिसार पुलिस गहराई से खंगाल रही है. 


बताया जा रहा है कि ज्योति मल्होत्रा के हर मूवमेंट पर पहले से केंद्रीय एजेंसी की नजर थी. पहली पाकिस्तान विजिट के बाद उसे पाकिस्तान का स्पेशल वीजा मिल गया था. जैसे ही युद्ध स्थिति बनी, उसे देश की सुरक्षा को देखते हुए पकड़ लिया गया. 


4 पाकिस्तानी जासूसों के संपर्क में थी ज्योति मल्होत्रा
जांच में यह भी सामने आया है कि यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के 4 जासूसों के कॉन्टैक्ट में थी. ज्योति मल्होत्रा का ब्रेनवाश कर उसे ‘मेजर ऐसेट’ के तौर पर तैयार किया जा रहा था. ज्योति पाक इंटेलिजेंस की पहचान जानते हुए भी उनसे संपर्क में थी. 


पाकिस्तान के लिए ज्योति थी ‘सॉफ्ट टारगेट'
जांच में एजेंसियों को पता चला है कि ज्योति मल्होत्रा जैसे सॉफ्ट टारगेट के जरिये पीआईओ अपना नैरेटिव सेट कर रहे थे. ज्योति के पास आए संदिग्ध मनी ट्रेल का पता चला है, जिसे हिसार पुलिस लगातार इंवेस्टिगेट कर रही है. वहीं, ज्योति मल्होत्रा द्वारा संवेदनशील जानकरी देने के अब पुलिस के पास कोई सबूत नहीं हैं.


पाकिस्तान के वीडियो से बढ़े थे फॉलोअर
ज्योति मल्होत्रा ने जब पहली पाकिस्तान यात्रा की, उसके बाद उसे स्पेशल वीज़ा और ISI और पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी से सुरक्षा मिली थी. पाकिस्तान यात्रा के वीडियो सामने आने के बाद उसके फॉलोअर्स और व्यूज़ में अचानक बढ़ोतरी हुई थी. हिसार पुलिस के मुताबिक, ज्योति ने जानबूझकर ISI की योजना में साथ दिया ताकि उसे सुविधाएं मिलती रहें.


ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ सॉलिड प्रूफ
उसे VIP ट्रीटमेंट दिया गया जो ISI का आम तरीका है ताकि उसके सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को लुभा सके. हिसार पुलिस को मिले ज्योति के डिजिटल साक्ष्य इतने मजबूत हैं कि उस पर कई धाराओं में केस बन सकता है. 


बहुत सही समय पर हुई ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी समय पर हुई, जिससे एक बड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा संकट टल सका. वह पहले ही PIOs के इशारों पर काम कर रही थी ताकि उसे व्यक्तिगत लाभ मिल सके. भारतीय एजेंसियां पहली पाकिस्तान यात्रा के समय से ही उस पर नजर रखे हुए थीं. अब हिसार पुलिस ज्योति को मिलने वाले फंड के सोर्स की भी जांच कर रही है.

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