झज्जर जिले के एक गांव निवासी व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत होने का मामला सामने आया है। व्यक्ति प्रतिदिन की भांति दूसरे गांव तक अलसुबह सैर के लिए निकला था। वहीं सैर के दौरान व्यक्ति सुबह ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल पहुंचाया। मृतक अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। झज्जर जिले के सुलोधा गांव स्थित रेलवे फाटक के पास आज मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में रईया गांव निवासी 42 वर्षीय नरेश की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। नरेश रोजाना की तरह सुबह की सैर के लिए निकला था, लेकिन रेलवे ट्रैक पार करते समय तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। राहगीर ने दी परिजनों और पुलिस को सूचना वहां से गुजरने वाले राहगीरों ने सुबह फाटक पर मौजूद कर्मचारी को व्यक्ति के ट्रेन की चपेट में आने की सूचना दी। जिस पर रेलवे पुलिस को कर्मचारी ने सूचना दी और वहीं राहगीरों ने मृतक के परिजनों को भी सूचना दी है। हादसे की जानकारी मिलते ही जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल भिजवाया गया। पिता के बयान पर कराया पोस्टमॉर्टम जीआरपी पुलिस ने मृतक नरेश के पिता राजसिंह के बयान पर इत्तफाकिया कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमॉर्टम कराया और परिजनों के हवाले कर दिया है। वहीं मृतक नरेश माता पिता का इकलौता बेटा था वहीं उसे एक बहन भी है जो कि दोनों शादी शुदा हैं। वहीं मृतक नरेश को एक बेटा है जो कि अभी पढ़ाई कर रहा है।
मृतक नरेश के पिता राज सिंह के बयान पर जीआरपी द्वारा कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि नरेश अपने पीछे 18 वर्षीय बेटे को छोड़ गए हैं। गांव में घटना को लेकर शोक की लहर है।
झज्जर में इकलौते बेटे की ट्रेन की चपेट से मौत:गांव से सुबह सैर के निकला था व्यक्ति, गांव में पसरा मातम
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