मानसून की बारिश के कारण झज्जर जिले के 15 गांवों की करीब 5 हजार एकड़ से अधिक खेतों जलभराव के कारण फसल जलमग्न हाे गई और फसल खराब हो रही है। कई गांवों से होकर गुजरने वाली नहरें भी खतरें के निशान से ऊपर बह रही हैं और ग्रामीणों को नहर के टूटने का भी भय सताने लगा है। वहीं जिले के गांव छुडानी से गुजरने वाली नहर ऊपरी किनारे तक बह रही है। जिले के गांव दूबलधन की तीनों पंचायत किरमाण, बिध्यान और घिक्यान में कुल करीब 500 एकड़ से भी अधिक खेतों की फसल जलमग्न हो गई है। वहीं दूबलधन गांव में तालाब ओवर फ्लो होने के कारण गांव की गलियों में पानी भरा हुआ है। वहीं गांव में जलभराव के कारण ट्रांसफार्मर के पोल में करंट आने से एक भैंस की भी मौत हो चुकी है। दर्जन भर से अधिक गांवों की फसलें जलमग्न जिले के गांव लड़ायन, बिरड़, अकेहड़ी मदनपुरए जमालपुर, नीलाहेड़ी, मुंडाहेड़ा में करीब 1500 एकड़ फसल बरसात के कारण जलमग्न हो गई है। वहीं जिले के गांव जाहिदपुर में भी 500 एकड़ से अधिक खेतों की फसल में पानी भरने के कारण खराब हो रही हैं। जिले के गांव छुड़ानी में 700 एकड़ फसल बरसात के कारण जलमग्न हो चुकी है। वहीं गांव छुड़ानी, रोहद, दुजाना और मातन गांव में बेरी हल्के के विधायक रघुबीर सिंह कादियान बीते दिन जलभराव क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। प्रशासन से मिल ग्रामीण लगा चुके गुहार जिले के गांव निवादा, कोहन्द्रावली, भिंडावास, चढ़वाना, बिरोहड़ और कोयलपुर में करीब एक हजार एकड़ से अधिक खेतों की फसल पानी भरने के कारण खराब हो रही है। वहीं सभी गांवों के ग्रामीण बारिश के पानी की निकासी के प्रशासन से भी गुहार लगा चुके हैं लेकिन बरसात ज्यादा होने के कारण पानी निकासी कम हो रही है। वहीं नहरें भी किनारे तक भरी बह रही हैं।
झज्जर में 5 हजार एकड़ से अधिक फसल जलमग्न:नहरें किनारे तक भरी बह रही, 3 गांवों की गलियों में भरा पानी
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