Jharkhand News: झारखण्ड के गिरिडीह जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के घाघरा गांव में एक ही परिवार के छह लोग जंगली मशरूम खाने से फूड प्वाइजन के शिकार हो गए. सभी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. घायल में पति-पत्नी और 4 बच्चे शामिल है. जिसमें राजेश वर्मा, मनीता देवी, अभिलाषा कुमारी, सोनम कुमारी, वर्षा कुमारी और आयुष कुमार शामिल है. इस बाबत राजेश वर्मा ने बताया कि बारिश होने के बाद जंगल में जमीन से मशरूम निकला था जिसको उठाकर घर में लाकर बीते शाम सब्जी बनाया गया था.रात में खाना खाने के बाद सभी को उल्टी होने लगा. इसके बाद किसी तरह इलाज के लिए सभी को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया, वहीं बताया जा रहा है कि रात के करीब 9:00 बजे के आसपास खाना खाने के कुछ देर बाद हीं सभी को एक के बाद एक उल्टी और चक्कर आने लगे, देखते ही देखते बच्चों की हालत और भी गंभीर हो गई, पहले तो परिजनों को लगा कि आप सामान गैस उल्या बदहजमी आशा है, लेकिन हालत बिगरती जा रही थी, लोगों की मदद से सभी को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.डॉक्टरों की टीम लगातार स्थिति पर निगरानी बनाई हुई हैस्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने हालात को गंभीर बताते हुए उन्हें तुरंत सदर अस्पताल रेफर कर दिया, फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है और डॉक्टरों की टीम लगातार स्थिति पर निगरानी बनाई हुई है. डॉक्टर के अनुसार जंगली मशरूम कई बार जहरीले होते हैं और बारिश के मौसम में या समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है, बिना जांच पर के मशरूम का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है.घाघरा गांव में वेद दशक का है माहौलग्रामीण इलाकों में लोग अक्सर जंगल से सब्जी का मूल्य मशरूम जैसे चीज लाकर कहते हैं लेकिन यह घटना चेतावनी है कि बिना जानकारी के जंगल से लाई गई खाद्य वस्तुओं का सेवन खतरनाक हो सकता है. इस हादसे के बाद घाघरा गांव में वेद दशक का माहौल है स्थानीय प्रशासन में ग्रामीणों से अपील की है कि इस तरह के जंगली मशरूम में अन्य अज्ञात वनस्पतियों का सेवन न करें .
झारखंड: गिरिडीह में जंगली मशरूम खाने से एक ही परिवार के 6 लोग बीमार, अस्पताल में भर्ती
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