दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने झुग्गीवासियों को पक्का मकान देने का ऐलान किया है. उन्होंने रविवार (27 जुलाई) को कहा कि उनकी सरकार विकास परियोजनाओं या अन्य वैध कारणों से विस्थापित हुए पात्र झुग्गीवासियों का उचित पुनर्वास सुनिश्चित करेगी, ताकि वे राजधानी की विकास गाथा में सक्रिय भागीदार बन सकें. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सीएम गुप्ता ने रविवार को शालीमार बाग में रेलवे क्रॉसिंग के पास एक झुग्गी बस्ती (फाटकवाली झुग्गी) का दौरा किया.
रेलवे ने झुग्गी बस्ती को हटाने के लिए नोटिस जारी किया है क्योंकि यह रेलवे की जमीन पर बसी है. भारतीय रेलवे आजादपुर रेलवे स्टेशन का विस्तार कर रहा है. सीएम रेखा गुप्ता ने बताया, ”साल 2020 में झुग्गी क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया था, लेकिन तत्कालीन आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने न तो कोई निर्णय लिया और न ही रेलवे के साथ बातचीत की.
झुग्गीवासियों के लिए योजना पर काम शुरू- रेखा गुप्ता
उन्होंने कहा, “हमने अब आपके लिए एक योजना पर काम करना शुरू कर दिया है, ताकि आपको किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े.” मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि विकास परियोजनाओं या किसी अन्य वैध कारणों से झुग्गी बस्तियों को हटाना पड़ता है, तो सरकार पात्र निवासियों के लिए उचित पुनर्वास सुनिश्चित करेगी ताकि वे भी दिल्ली की विकास गाथा का हिस्सा बन सकें.
‘बिना किसी कारण के झुग्गियों को हटाने के पक्ष में नहीं’
CM ने कहा, “जब आप पर संकट आया तो मैं आपसे मिलने आई, क्योंकि दिल्ली सरकार बिना किसी कारण के झुग्गियों को हटाने के पक्ष में नहीं है.” गुप्ता ने झुग्गीवासियों को आश्वासन दिया कि वह रेल मंत्रालय से बात करेंगी और क्षेत्र के निवासियों के लिए आवास की व्यवस्था करेंगी. उन्होंने कहा, “आपको पूरा न्याय मिलेगा. दिल्ली सरकार इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.”
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने झुग्गी बस्तियों के विकास के लिए बजट में करोड़ों रुपये आवंटित किए हैं.
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि जब भी किसी कारणवश झुग्गी बस्तियों को हटाने की जरूरत होती है, तो पात्र निवासियों को आवास की व्यवस्था की जाती है.
रेखा गुप्ता ने ये भी कहा कि दिल्ली के झुग्गीवासियों को पूरा न्याय मिलेगा
40 वर्षों में दिल्ली की झुग्गियों में कोई विकास नहीं- रेखा गुप्ता
उन्होंने शहर की पिछली आप और कांग्रेस सरकारों की भी आलोचना की और दावा किया कि पिछले 40 वर्षों में दिल्ली की झुग्गियों में कोई विकास नहीं हुआ. उन्होंने आरोप लगाया, “ये पार्टियां झुग्गीवासियों को केवल मतदाता के रूप में देखती थीं और लगातार उनका शोषण करने की कोशिश करती थीं. साथ ही ये पार्टियां शहर के भौगोलिक चरित्र को भी नुकसान पहुंचाती थीं.”