Devendra Fadnavis on Raj Thackeray & Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों से पहले राजनीतिक उलटफेर की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने हिंदी को अनिवार्य बनाने के मुद्दे पर 6 अप्रैल को सर्वदलीय मार्च का ऐलान किया है, जिससे ठाकरे बंधुओं यानी राज और उद्धव के एक मंच पर आने की अटकलें तेज हो गई हैं.
इसी बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की इस पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. लोकमत को दिए इंटरव्यू में उन्होंने राज ठाकरे को लेकर बड़ा बयान दे दिया है.
क्या है देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया?फडणवीस ने कहा कि राज ठाकरे उनके अच्छे मित्र हैं और उनकी भूमिका अलग है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में महायुति गठबंधन में शिवसेना (शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) जैसे मूल दल शामिल हैं. अगर कोई तीसरा पक्ष इस गठबंधन में शामिल होना चाहता है, तो इसका स्वागत किया जाएगा, लेकिन इसका निर्णय सामूहिक रूप से होगा. उन्होंने यह भी जोड़ा कि महायुति का दरवाजा खुला है, जो चाहे वह इसमें शामिल हो सकता है.
हिंदी-मराठी विरोध सिर्फ चुनावों के चलते तेज हुआ- CMराज ठाकरे द्वारा निकाले जा रहे मराठी मोर्चे और हिंदी भाषा के मुद्दे पर सीएम फडणवीस ने कहा कि यह विरोध सिर्फ चुनावों के चलते तेज़ हुआ है. यदि नगर निगम चुनाव नहीं होते, तो इतना बड़ा मोर्चा नहीं निकलता. उन्होंने कहा कि अगर राज ठाकरे और उनके विचार एक जैसे होते, तो वे पहले से ही एक ही पार्टी में होते. मुंबई में मराठी लोगों के हितों पर किसी एक व्यक्ति या दल का एकाधिकार नहीं हो सकता. मराठी और गैर-मराठी दोनों समुदाय महायुति के साथ हैं और जनता विकास के आधार पर वोट देती है.
BMC में मेयर पद छोड़ने के पुराने फैसले पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह एक भावनात्मक निर्णय था. उस समय उद्धव ठाकरे, एकनाथ शिंदे और अन्य नेताओं के कहने पर उन्होंने महापौर और उपमहापौर पद त्याग दिए थे. अब उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाले चुनावों में महायुति का महापौर मुंबई महानगरपालिका पर काबिज होगा. यह बयान महाराष्ट्र की राजनीति में संभावित नए समीकरणों का संकेत देता है.
ठाकरे भाइयों के साथ जाने पर CM देवेंद्र फडणवीस की पहली प्रतिक्रिया- ‘राज ठाकरे मेरे अच्छे दोस्त हैं, वो…’
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