सिरसा जिले के डबवाली तहसील कार्यालय में कार्यरत एक भूमि पंजीयन लिपिक (RC) पर भ्रष्टाचार और अभद्र व्यवहार का गंभीर आरोप लगा है। प्रकरण सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। खास बात है कि शिकायतकर्ता पब्लिक हेल्थ विभाग, हरियाणा का कर्मचारी है, जिसने एक प्लॉट खरीदने के बाद उसका बयनामा 2 जून 2025 को सब रजिस्ट्रार कार्यालय, डबवाली में पंजीकृत करवाया था। शिकायतकर्ता मंडी डबवाली निवासी प्रिन्स ने तहसीलदार डबवाली को लिखित शिकायत दी थी। उसमें बताया कि वह IDFC बैंक से लोन लेकर प्लॉट खरीद चुका है। संबंधित सभी दस्तावेज और अंगूठे के निशान आदि लगने के बाद भूमि पंजीयन लिपिक ने उसे कहा कि “बयनामे पर सब रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर करवा कर दो दिन में दे दूंगा।” जब वह 4 जून को तहसील कार्यालय पहुंचा तो लिपिक रवि ने कहा कि अभी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। अगले दिन आना। 6 जून को दोबारा जब वह दस्तावेज लेने गया तो लिपिक ने स्पष्ट रूप से “चाय-नाश्ते” की मांग करते हुए कहा – “पैसे दिए बिना बयनामा नहीं मिलेगा, चाहे जो कर ले।” इस पर प्रार्थी ने विरोध करते हुए कहा कि वह भी सरकारी कर्मचारी है और ऐसा व्यवहार उचित नहीं, लेकिन लिपिक ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए दो टूक जवाब दिया – “बिना पैसे कुछ नहीं मिलेगा, जो करना है कर लो।” लिपिक ने की बदसलूकी आज 9 जून को जब शिकायतकर्ता फिर से तहसील कार्यालय पहुंचा तो लिपिक ने फिर से बदसलूकी की, लेकिन इस बार भास्कर पत्रकार भी मौके पर पहुंच गए। मीडिया की मौजूदगी के चलते लिपिक ने दबाव में आकर बयनामा लौटा दिया, जिस पर पहले से ही सब रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर मौजूद थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि दस्तावेज़ पहले ही तैयार था, लेकिन जानबूझकर पैसे के लालच में उसे रोका गया। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि उक्त भूमि पंजीयन लिपिक (RC) के खिलाफ सख्त प्रशासनिक जांच की जाए और उसे दंडित किया जाए ताकि अन्य आम नागरिकों को ऐसी मानसिक प्रताड़ना से न गुजरना पड़े।
डबवाली तहसील में रिश्वत मांगने का मामला:भूमि पंजीयन लिपिक ने बयनामा रोका, पैसे मांगे; मीडिया आने पर लौटाया दस्तावेज
4