Nishikant Dubey Attack On Congress: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार (24 मई, 2025) को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में ही भारत ने 1968 में अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के लिए सहमति व्यक्त की थी, जिसकी वजह से आखिरकार देश को कच्छ के रण का 828 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पाकिस्तान को सौंपना पड़ा.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा, “आज की कहानी बहुत ही दर्दनाक है. कांग्रेस पार्टी ने 1965 का युद्ध जीतने के बाद गुजरात के रन ऑफ कच्छ का 828 SQ किलोमीटर पाकिस्तान को 1968 में दे दिया. भारत पाकिस्तान के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाए, मध्यस्थ बनाया, यूगोस्लाविया के वकील अली बाबर को हमने नियुक्त किया. पूरी संसद ने विरोध किया लेकिन इंदिरा गांधी तो आयरन लेडी थीं, डर कर हमारा हिस्सा नीलाम कर दिया. यही आयरन लेडी का सत्य है. कांग्रेस का हाथ हमेशा पाकिस्तान के साथ.”
निशिकांत दुबे ने इंदिरा गांधी को क्यों बनाया निशाना?
बीजेपी सांसद ने इंदिरा गांधी की आलोचना ऐसे समय में की है, जब कांग्रेस पार्टी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ती दुश्मनी के मद्देनजर पूर्व प्रधानमंत्री की विरासत का हवाला दिया. कांग्रेस नेताओं ने 1965 के युद्ध को याद करते हुए इंदिरा गांधी को एक मजबूत नेता के रूप में पेश किया. कांग्रेस मुख्यालय के बाहर इंदिरा होना आसान नहीं और भारत को इंदिरा की याद आती है जैसे नारे लिखे पोस्टर भी लगाए गए.
आज की कहानी बहुत ही दर्दनाक है @INCIndia पार्टी ने 1965 का युद्ध जीतने के बाद गुजरात के रन ऑफ कच्छ का 828 SQ किलोमीटर पाकिस्तान को 1968 में दे दिया ।भारत पाकिस्तान के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाए, मध्यस्थ बनाया,यूगोस्लाविया के वकील अली बाबर को हमने नियुक्त किया ।पूरी संसद… pic.twitter.com/htWRsvHj2C
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 23, 2025
जयशंकर के मामले पर भी निशिकांत दुबे का राहुल गांधी पर हमला
इससे पहले निशिकांत दुबे ने पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच विदेश नीति को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर की बार-बार आलोचना करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भी सोशल मीडिया पर आलोचना की थी.
उन्होंने विदेश मंत्री जयशंकर के मामले पर राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा था, “राहुल गांधी जी, यह आपकी सरकार के समय किया गया समझौता है. 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने एक समझौता किया था कि भारत और पाकिस्तान किसी भी हमले या सेना की हरकत के बारे में जानकारी का आदान-प्रदान करेंगे. क्या यह समझौता देशद्रोह है?” बीजेपी सांसद ने आगे कहा, “कांग्रेस पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ मिली हुई है, क्या आपको विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना शोभा देता है?”