डायबिटीज मरीजों के लिए फ्रूट अच्छे हैं या फिर जूस?… ऐसे समझें, फिर नहीं उठेगा मन ये सवाल

by Carbonmedia
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डायबिटीज की प्राॅब्लम तेजी से बढ़ रही है. बुजुर्ग से लेकर युवा वर्ग और बच्चे तक इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. खानपान में बदलाव ही इस बीमारी का सबसे बड़ा इलाज माना जाता है. यानी ऐसे फूड का सेवन किया जाए, जिससे बाॅडी में ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल रहे. लेकिन इस दाैरान सबसे अ​धिक संशय की ​स्थिति डायबिटीज मरीज के मन में फलों को  लेकर होती है. क्या फल खाना चाहिए या फिर इसका जूस डायबिटीज में अ​धिक कारगर है? आइए इसका जवाब जानते हैं…


क्या डायबिटीज मरीज को फल खाने चाहिए?


डायबिटीज मरीज को फल खाने की सलाह दी जाती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स ऐसे फल का सेवन करने की सलाह देते हैं, जिनमें शुगर लेवल कम होता है. जिससे डायबिटीज मरीज की बाॅडी में ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल बना रहे.


जूस पीना डायबिटीज में कितना अच्छा?


डाय​बिटीज मरीजों को हेल्थ एक्सपर्ट्स जूस की तुलना में फल खाने की सलाह देते हैं. इसे आसान शब्दों में इस तरह समझा जा सकता है कि अगर कोई सेब खाता है तो वह एक या दो सेब ही खा पाएगा. लेकिन जब जूस की बारी है तो एक गिलास जूस को तैयार करने के लिए भी कई सेब की आवश्यकता होगी. यानी चार से पांच सेब में एक गिलास जूस बन पाएगा. उसे भी एकबार में व्य​क्ति पी जाएगा. यानी फल खाने की तुलना में जूस से शरीर में अ​धिक मात्रा में शुगर पहुंची. इससे डायबिटीज मरीज की बाॅडी में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का रिस्क हो जाता है. ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स की ओर से जूस से बचने की सलाह दी जाती है.


डाइट मैनेजमेंट जरूरी


डायबिटीज को कंट्रोल करने में डाइट अहम भूमिका निभाती है. ऐसे में अपनी डाइट को लेकर अवेयर होने की जरूरत है. इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप जो फूड ले रहे हैं, उससे बाॅडी में शुगर की मात्रा कितनी पहुंचेगी. ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल नहीं होने पर डाॅक्टर की सलाह के अनुसार डाइट प्लान को फाॅलो करना चाहिए.


काैन से फल खाने चाहिए?


डायबिटीज के मरीज जामुन, सेब, संतरे, आड़ू, कीवी जैसे फलों को खा सकते हैं. लेकिन इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है. अगर बाॅडी मंे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल न हो तो डाॅक्टर की सलाह के अनुसार ही फलों का सेवन करना चाहिए. 


डायबिटीज के लक्षण


बार-बार पेशाब आना, ज्यादा प्यास लगना, अ​धिक भूख लगना, वजन घटना, थकान, आंखों से धुंधला दिखना, चोट लगने पर देर से घाव भरना, ​​स्किन में इंफेक्शन, शरीर का कांपना, पसीना आना, दिल की धड़कन का तेज होना, मूंछों में खुजली, जननांग में खुजली, इंफेक्शन होना. 


डायबिटीज के खतरे


हार्ट डिजीज, किडनी डिजीज, आई प्राॅब्लम, नर्व डैमेज, ​डाइजेशन में समस्या, वजन बढ़ना, एनर्जी की कमी, सेक्स प्राॅब्लम, जाॅइंट पेन, नींद की समस्याएं, तनाव, डिप्रेशन आदि समस्याएं हो सकती हैं.


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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 

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